उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर विभाग के विद्यार्थियों और कर्मचारी के बीच का विवाद सुलझने का नाम नही ले रहा है। गुरूवार को फिर कर्मचारी परीक्षा कक्ष में पहुंचा था। विवाद के बाद छात्र कुलगुरू के पास पहुंचे तो कुलगुरू ने कहा अब कर्मचारी परीक्षा के दौरान आए तो तत्काल सूचना देना। उसके खिलाफ जांच कमेटी जांच कर रही है। वहीं परीक्षा में कार्य नही करने वाले वीक्षक शोधार्थियों के सुपरवाइजर से भी स्पष्ठीकरण मांगा जा रहा है। यदि परीक्षा में कार्य नही करना है तो ऐसे लोगों की लिस्ट बनाई जाएगी। विक्रम विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर विभाग के विद्यार्थियों की छठे सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय के कर्मचारी मुगीज खान द्वारा अभद्रता करने, फेल करने की धमकी देने की शिकायत एक दिन पहले ही कुलगुरु प्रो. अखिलेश कुमार पांडे को खिलाफ लिखित में दी थी। विद्यार्थियों की शिकायत के बाद कुलगुरु प्रो. पांडे ने तत्काल ही कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इधर गुरूवार को फिर छात्रों ने कुलगुरू प्रो. पांडे को बताया कि आज फिर कर्मचारी मुगीज खान ने परीक्षा कक्ष में आकर छात्रों से बहस की है। एक वीक्षक ने छात्र की कॉपी लेकर लाल पेन से नोट लगा कर कम अंक देने की धमकी दी है। मामले में कुलगुरू ने कहा कि मैंने स्वंय ने परीक्षा केंद्र जाकर केंद्राध्यक्ष और विभागाध्यक्ष को कहा कि विवादित कर्मचारी यहां नही आए। उन्होने छात्रों को भी कहा कि अब यदि कर्मचारी आए तो तत्काल फोन से सूचना देना। प्रो. पांडे ने कहा कि कर्मचारी के खिलाफ जांच कमेटी बनाई है जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। छात्रों से इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नही करेंगे। वीक्षकों के हेड व सुपरवाईजर से मांगा स्पष्टीकरण कुलगुरू प्रो. पांडे ने कहा कि समाचार पत्र में शोधार्थी वीक्षकों ने कार्य करने से इंकार किया है। जबकि परीक्षा कार्य महत्वपूर्ण होता है। संबंधित वीक्षक शोधार्थियों के नाम लेकर उनके हेड और सुपरवाईजर से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। जो वीक्षक कार्य नही करना चाहते है, उन्हे हटा दिया जाएगा।