करोड़ों की परियोजना की कछुआ चाल:अधिकारी बोले- काम की समय सीमा बढ़ाने पर विचार

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सीहोर जिले में सीप परियोजना का कार्य दो चरणों में लगातार जारी है, लेकिन कार्य की धीमी गति के कारण कार्य निश्चित समयावधि में पूरा होता नहीं दिख रहा है, बताया गया है कि यहां कार्य के दौरान कार्य की मॉनिटरिंग भी अधिकारियों द्वारा नही की जा रही हैं। यहां करोड़ों के कार्य के एसडीओ को जिम्मेदारी है उन्हें रायसेन जिले की बारना परियोजना की जिम्मेदारी भी दे दी गई है ऐसे में सीप परियोजना को कितना समय दे पाएंगे यह अनुमान लगाया जा सकता हैं। जानकारी के अनुसार सीहोर जिले में भू जल स्तर नियंत्रित रहे और फसलों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके शायद इसके लिए ही इतनी बड़ी परियोजना शुरू की गई और उसका कार्य शुरू कराया गया। लेकिन आरंभ से ही देखा जा रहा है कि इस परियोजना को लेकर जल संसाधन विभगा गंभीर नही है उसी का परिणाम है कि यह परियोजना समय सीमा में पूरी नही हो पा रही हैं। क्या है लागत बताया गया है कि सीप परियोजना फेस वन की लागत 34612 लाख है, वही इसके द्वितीय चरण के लिए 17075 लाख खर्च होंगे। इतनी भारी राशि सरकार खर्च कर रही है, लेकिन विभाग को कार्य की गुणवत्ता और गति की फ्रिक नही हैं। यही कारण है कि कार्य में लगातार देरी हो रही हैं। प्रथम चरण का काम इसी साल अक्टूबर में पूरा होना है, लेकिन लगभग 30 प्रतिशत कार्य अभी भी बांकी हैं। इसी प्रकार द्वितीय चरण का पूरा कार्य सितम्बर 26 तक होना है, लेकिन अभी सिर्फ 25 प्रतिशत ही कार्य हुआ हैं। देखरेख में कमी इस परियोजना का कार्य जब पूरा हो जाएगा तो जिले के किसानों को भी काफी लाभ होगा, लेकिन जल संसाधन की बेरूखी का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस परियोजना के एसडीओ सिवेश निहानी को इस परियोजना का कार्य पूरा हुए बिना ही रायसेन जिले की बारना परियोजना का कार्यपालन यंत्री बना दिया गया हैं। ऐसे में दो जिलों की परियोजना का कार्य कैसे होगा बड़ा सवाल हैं। एसडीओ सिवेश निहानी ने बताया कि सीप परियोजना का कार्य लगातार जारी है प्रथम चरण के कार्य में विलंब होगा क्योंकि इस परियोजना की शुरुआत में टारगेट 8 हजार हैक्टेयर से बढ़कर अब 15 हजार हैक्टेयर हो गया हैं। इस संबंध में जल संसाधन विभाग के ईई दीपक चौकसे ने कहा कि सीप परियोजना प्रथम चरण के कार्य की समयावधि तीन साल बढ़ाई जा सकती हैं, एसडीओ बारना भी देखेंगे लेकिन ज्यादा समय सीप योजना को देंगे।