मुकेश की पुण्यतिथि व सुर शंकरा की 7वीं वर्षगांठ:मेरे टूटे हुए दिल से कोई तो आज ये पूछे.. गाने ने खूब बटोरी तालियां

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सुर शंकरा म्यूज़िकल ग्रुप की सातवीं वर्षगांठ व पार्श्व गायक मुकेश की पुण्यतिथि पर मंगलवार को संगीत संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन भोपाल के पॉलिटेक्निक कॉलेज सभागार में हुआ। जहां वॉइस ऑफ़ मुकेश अंचल शर्मा एवं वॉइस ऑफ़ लता मंगेशकर ज्योति शर्मा सहित कई कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीतों की बौछार से दर्शकों को भिगो दिया l कार्यक्रम के विशेष अतिथि रामबाबू शर्मा ने जब मेरे टूटे हुए दिल से कोई तो आज ये पूछे गाना गाया..तो ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस दौरान आयशा खान व प्रतिभा अग्रवाल ने ज्योत से ज्योत जगाते चलो, प्रेम की गंगा बहाते चलो गाया। सिंगर बेबी अलीज़ा खान ने राजकपूर साहब पर फिल्मांकन गीत किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार को उनकी तरह ड्रेस पहनकर गाया। गीतिका लोहट ने तेरा मेरा साथ रहे, आयशा खान व भजन लेखक सुरेश गर्ग ने टाइटल गीत तुम साथ न दो मेरा चलना मुझे आता है, हर आग़ से वाकिफ हूँ जलना मुझे आता है गाकर दर्शकों को भावुक कर दिया। ग्रुप के कार्यकारी अध्यक्ष/मैनेजर इंजी. प्रतीक गर्ग एवं प्रेरणा स्रोत निहारिका गर्ग ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के अधीन पंजीकृत सुर शंकरा म्यूज़िकल ग्रुप की ओर से अंचल शर्मा को वॉइस ऑफ़ मुकेश अवॉर्ड, ज्योति शर्मा को वॉइस ऑफ़ लता मंगेशकर अवॉर्ड तथा सम्राट म्यूज़िकल ग्रुप के संस्थापक सुनील शुक्रवारे को वॉइस ऑफ़ किशोर कुमार अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। वहीं कार्यक्रम में शामिल समस्त सिंगर्स को संगीत के प्रति उत्कृष्ट योगदान के लिये प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया l कार्यक्रम में शामिल विशेष अतिथि व्यास म्यूज़िकल ग्रुप के संस्थापक एम. पी. व्यास तथा संचालक संजय पी. एल. व्यास ने सुर शंकरा की सफल सातवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में परिवार को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया l इस मौके पर दिनेश गर्ग, अरविंद दयाल शर्मा, राजू बड़गूजर, डॉ. यू. डी. सक्सेना की उपस्थिति प्रशंसनीय रही l सुपरहिट गानों ने बनाई सुरीली शाम कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री उमाश्री भारती के निज सचिव उमेश गर्ग ने आयशा खान के साथ इस इश्क मोहब्बत की कुछ है अजीब रस्में गाकर धूम मचा दी। कप्तान बी. एल. रायकवार, प्रतिभा अग्रवाल व मोहन कृष्ण सावले ने हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें, श्याम अग्रवाल ने जिस गली में तेरा घर न हो बालमा सहित सीनियर सिंगर कय्यूम अली ने नदिया चले चले रे धारा, मोहन कृष्ण सावले ने मैं पल दो पल का शायर हूं , सुरेश तनवानी ने वक़्त करता जो वफ़ा, डॉ. नरेश ग्रोवर ने जाने कहाँ गये वो दिन, संजय तिवारी ने डम डम डिगा डिगा मौसम भीगा भीगा, सुरेश गर्ग, आयशा खान व कय्यूम अली ने दिल ने फिर याद किया, विजय जैन ने यारा ओ यारा इश्क ने मारा, निवेदिता व्यास व सुरेश गर्ग ने आदमी मुसाफिर है आता है जाता है, मेहमूद खान व इसरार खान ने सात अजूबे इस दुनिया में आठवीं अपनी जोड़ी, रोशनी तनवानी व अनिल जैवार ने मुझे छू रही है तेरी गर्म सांसे, नीना खापरडे व राकेश निंदाने ने हम बंजारों की बात मत पूछो जी के अलावा अंचल शर्मा व ज्योति शर्मा ने किसी राह में किसी मोड़ पे, फूल तुम्हें भेजा है खत में, हमसफ़र मेरे हमसफ़र पँख तुम परवाज़ हम सहित तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे, मेरा दिल ये पुकारे आ जा, रंगीला रे तेरे रंग में, जो तुमको हो पसंद वोही बात कहेंगे, इक दिन बिक जायेगा माटी के मोल के अलावा लगभग आधा दर्जन गीतों से समां बांधे रखा तथा वॉइस ऑफ़ किशोर कुमार सुनील शुक्रवारे ने हम बोलेगा के बोलोगे की बोलता है गाकर हलचल मचाने में सफलता पाई l कार्यक्रम में मंच संचालन आयशा खान ने किया, लेपटॉप ऑपरेटिंग की जिम्मेदारी कप्तान बी. एल. रायकवार ने निभाई। वीडियोग्राफी/फोटोग्राफी मोहन कृष्ण सावले व नरेंद्र पाटिल ने की जबकि मंच की साज सज्जा नुक्ता गुरु फ़ाज़िल खान ने संभाली। साउंड ऑपरेटिंग शफ़ीक़ अली ने की। कार्यक्रम के अंत में प्रतीक गर्ग एवं निहारिका गर्ग ने सभी अतिथियों को दर्शकों का आभार व्यक्त किया l