थाने में बीजेपी नेता-पुलिसकर्मी के विवाद का VIDEO:आरक्षक को लाइन अटैच करने पर कांग्रेस ने कहा- क्या बीजेपी के लोग कानून चलाएंगे

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सिवनी में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मयूर दुबे और आरक्षक धनराज बरकड़े के बीच थाने में विवाद का एक वीडियो सामने आया है। जिसे लेकर राजनीति गरमा गई है। खास बात ये है कि इस घटना के बाद आरक्षक धनराज बरकड़े को लाइन अटैच कर दिया गया। इस पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि क्या एमपी में अब बीजेपी के लोग कानून व्यवस्था चलाएंगे। सरकार ने आरोपी मयूर दुबे पर कार्रवाई करने की बजाय आरक्षक को क्यों दंडित किया। चूंकि आरक्षक धनराज बरकड़े आदिवासी समाज से है। इसलिए आदिवासी समुदाय के लोगों ने एसपी को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें ये मांग की गई कि आरोपी भाजयुमो नेता को जिला बदर किया जाए। इस मामले में एसपी सुनील मेहता ने बताया कि कोतवाली थाने का मामला संज्ञान में आया था। इस पर कार्रवाई की गई है। इसकी शिकायत मयूर दुबे ने की थी। मामले में आदिवासी समुदाय के लोगों ने भी ज्ञापन दिया था। इसकी जांच एएसपी गुरु दत्त शर्मा को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ये ट्वीट किया – थाने में हुआ था विवाद, ये है पूरा मामला ? कोतवाली थाना प्रभारी सतीश तिवारी ने बताया कि फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर पुलिस ने 20 अगस्त को आयन खान नाम के युवक को हिरासत में लिया था। भाजयुमो नेता मयूर दुबे थाने पहुंचकर पुलिस वालों पर उससे मिलने देने का दबाव बना रहे थे। इस दौरान आरक्षक धनराज बरकड़े ने वरिष्ठ अधिकारियों के आने पर मिलने देने की बात कही। इस दौरान दोनों में बहस होने लगी। भाजयुमो नेता ने इस घटना की शिकायत की। जिसके बाद 21 अगस्त को एसपी ने आरक्षक धनराज को लाइन अटैच कर दिया था। कांग्रेस ने कहा, पुलिस को भाजपा चला रही आदिवासी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विजय उइके ने कहा कि आदिवासी समाज का पुलिसकर्मी होने के नाते उनको लाइन हाजिर किया गया है। जबकि वीडियो में भाजयुमो नेता अभद्रता करते नजर आ रहे हैं। लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे प्रतीत हो रहा है कि पुलिस को भाजयुमो और भाजपा के नेता चला रहे हैं। कार्रवाई के बाद आरक्षक ने जारी किया वीडियो कार्रवाई होने के अगले दिन आरक्षक धनराज ने वीडियो जारी कर मयूर दुबे पर बदतमीजी करने के आरोप लगाए। उसने कहा कि वह पहले भी अभद्र व्यवहार कर चुका है। आज हमारे साथ ऐसा हुआ। कल किसी भी आरक्षक के साथ हो सकता है। पुलिस ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता का क्या होगा। आरोपी मयूर दुबे पर पहले से कई मामले भी दर्ज है। हमने उनसे अभद्रता नहीं की गई। जातिसंगत बात करने से हमने उन्हें रोका। वह हमारे आदिवासी समाज के बारे में बोलने लगा। जिसके बाद हमने उसका मोबाइल हटाया। जिसे वह गलत तरीके से पेश कर रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने किया ट्वीट मामले को लेकर बुधवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने X पर ट्वीट करते हुए भाजपा सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने X पर लिखा – सिवनी में एक आरोपी को पुलिस हिरासत से छुड़ा कर युवा मोर्चा का मयंक दुबे खुद के कब्जे में लेने पर आमादा हो गया। अब इस मामले पर संभावित सवालों से सीएम मोहन यादव भली-भांति परिचित ही होंगे। लेकिन मजबूर है युवा नेता को आगे बढ़ाना है और गुंडागर्दी की परंपरा भी निभाना है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष बोले- आदिवासी पुलिसकर्मी की बहाली की जाए मामले में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने कहा कि भाजपाई सत्ता के नशे में चूर है। भाजपा के नेताओं को अपने कार्यकर्ताओं को मर्यादा में रहने की सीख देना चाहिए। ये लोकतंत्र है। आदिवासी समाज के जिस पुलिसकर्मी को सजा दी गई है, उसकी बहाली की जाना चाहिए।