जिला मुख्यालय पर मंगलवार देर रात को गोगा नवमी के पावन पर्व पर गोगा महाराज की भव्य छड़ी निशान शोभा यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से उत्साह के साथ निकाली गई। शोभायात्रा में वाल्मीकि समाज के महिला पुरुष गोगा महाराज के जयकारे व गीत गाते चल रहे थे। मंगलवार देर रात को शोभायात्रा वाल्मीकि नगर गोगा देव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद निशान को लेकर ढ़ोल बाजे के साथ निकली। समाज के युवाओं ने अपनी कमर पर एक क्विंटल से भी ज्यादा भारी व करीबन 25 फिट लंबी छड़ी ध्वज निशान बांध कर ढोल नगाड़ों पर थीरकते नजर आए। समाजजनों ने गोगा नवमी के अवसर पर लोक देवता गोगा महाराज की पूजा अर्चेना कर सुख समृद्धि की कामना की। समाजजनों की ओर से सुबह से घरों में ही गोगा महाराज की कुमकुम, रोली, चावल, फूल, गंगाजल से पूजन कर उन्हें खीर, चूरमा, गुलगुले का भोग लगाया गया। लोक मान्यताओं के अनुसार गोगा देव को सांपों के देवता के रूप में भी पूजा जाता है। देर रात्रि को शोभायात्रा गोगा मंदिर पहुंची।