मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को भरतपुरी स्थित मध्य प्रदेश सामाजिक शोध संस्थान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि उज्जैन का कभी अंत नहीं हुआ इसलिए इसका नाम अवंतिका है। माना जाता है की इस नगरी में जो जैसा सोचता है जैसा मांगता है वैसा प्राप्त करता है। सर्जन और विसर्जन दोनों के देवता भगवान महाकाल है काल की युति में समय भी उन पर बंधा हुआ है। अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन, म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, भोपाल एवं जनभागीदारी समिति शा. माधव विज्ञान महाविद्यालय उज्जैन द्वारा “A Conventional Discussion on Synthetic Organic Chemistry and Beyond” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। रसायन शास्त्र विषय में अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन की दिशा में इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शुभारंभ में सांसद अनिल फिरोजिया, महापौर मुकेश टटवाल, कुलगुरु विक्रम विश्वविद्यालय अखिलेश कुमार पांडे,अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन के डॉ अरविंद चौधरी, कुलगुरु महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय आचार्य विजय कुमार सी जी, प्राचार्य शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय उज्जैन प्राध्यापक अर्पण भारद्वाज विद्यार्थी उपस्थित रहें। सीएम कार्यक्रम के बाद नागझिरी स्थित रेडीमेड गारमेंट फैक्ट्री बेस्ट इंटरप्राइजस पर गए। यहाँ काम करने वाली महिलाओं से बातचीत कर उनका हाल जाना उन्हें बताया कि टेक्सटाइल पार्क से महिलाओं को बहुत काम मिलेगा। सीएम ने यहाँ अधिकारियों से चर्चा कर आठ मंजिला मेगा आईटी पार्क के काम में तेजी लाकर जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा विदेशी क्षेत्र में उज्जैन से कपडा निर्यात हो रहा है। विक्रम उद्योगपुरी में जमींन खत्म हो चुकी है अब अन्य क्षेत्र जमीन देख रहे है.