शाजापुर में भारतीय किसान संघ ने मंगलवार को कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचकर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन मे मांग की गई है कि भारतीय कृषि अनुसंधान ने जो विदेशी कंपनियों से समझौता किया है उसे रद्द किया जाए। आईसीआर विदेशी कंपनियों के साथ समझौता कर रही ज्ञापन में बताया गया है कि समझौते में उल्लेख किया गया है कि आईसीआर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने अपनी प्रतिभाओं को शर्मसार करते हुए विदेशी कंपनियों के साथ समझौता कर रही है। जिसके कारण विदेशी कंपनियां जो शोधपत्र दाखिल करेगी उन उन पत्रों को स्वीकृति देना पड़ेगी और देश में जो नए बीज बन रहे हैं वो सारे विदेशी कंपनियों के हाथ में चले जाएंगे। जिससे स्थानीय बीजों की मांग कम होगी जिससे किसानों की आय प्रभावित होगी। मांग पर विचार नहीं तो आंदोलन किया जाएगा किसान संघ ने बताया कि किसानों को मौसमी मार झेलना पड़ती है और उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में इस समझौते से किसानों को नुकसान ही होगा। किसानों ने मांग की है कि इस समझौते को रद्द किया जाए। किसानों ने बताया कि यदि हमारी मांग पर विचार नहीं किया गया तो किसान संघ द्वारा आंदोलन किया जाएगा जिसकी पूरी जवाबदेही प्रशासन की रहेगी। इसके पूर्व किसानों ने कृषि उपज मंडी से रैली निकाली जो हाइवे से होती हुई कृषि विज्ञान केंद्र पहुंची।