मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में दलित वर्ग के साथ हो रही घटनाओं के विरोध में आज मध्यप्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग प्रदर्शन करेगा। कांग्रेस मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी। कांग्रेस अनूसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने बताया कि पूरे प्रदेश से दो हजार से ज्यादा कार्यकर्ता इस घेराव में शामिल होंगे। प्रदीप अहिरवार ने दैनिक भास्कर से कहा, ‘पूरे प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग हो या जनजाति वर्ग हो, इन वर्गों पर बहुत अत्याचार हो रहे हैं। इन वर्गों को जो जमीन दिग्विजय सिंह की सरकार में आवंटित हुई थीं, उन पर अभी भी दबंगों का कब्जा है। हमारा आरक्षण भी खतरे में है। इन सभी मुद्दों को लेकर हम प्रदर्शन करेंगे और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।’ प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधायक आरिफ मसूद, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के अलावा तमाम कांग्रेस के नेता शामिल होंगे। रोशनपुरा चौराहे से सीएम हाउस तक कूच करेंगे
प्रदीप के मुताबिक, ‘हम लोग रोशनपुरा चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कूच करेंगे। पुलिस हमें यह बता रही है कि यहां पर प्रतिबंधित है, जबकि हम लोकतांत्रिक तरीके से अपना प्रदर्शन करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘जब किसी दलित को कपड़े उतारकर मारा जाता है, किसी दलित बेटी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो जाती है, जब हम कहते हैं कि आप सीबीआई जांच करो, जब किसी दलित की लड़ाई कांग्रेस लड़ती है, तो भारतीय जनता पार्टी कहती है कि कांग्रेस राजनीति करती है। मोहन यादव की सरकार में यह मध्य प्रदेश नरक प्रदेश बन चुका है।’ कांग्रेस अनूसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘सागर में बीजेपी की सरकार 100 करोड़ की लागत से संत रविदास जी का मंदिर बना रही है, उसी वर्ग के लोगों की किस तरीके से हत्या हो जाती है, पूरे देश को मालूम है। अशोकनगर में एक अनुसूचित जाति वर्ग की महिला को उसके घर में घुसकर पीछे से मारा जाता है।’ ये भी पढ़िए… कांग्रेस के दो विधायक वाटर कैनन के प्रेशर से गिरे अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जेपीसी जांच और SEBI चीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस ने 5 दिन पहले देशभर में प्रदर्शन किया। भोपाल में प्रदेश कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। इस दौरान बैरिकेड पर चढ़ने का प्रयास कर रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन चलाई। इस दौरान पानी के प्रेशर से दो विधायक नीचे गिर गए। पढ़िए पूरी खबर