ग्वालियर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव:आज 27 उद्योगों की शुरुआत होगी…120 को मिलेगी 270 एकड़ जमीन

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हादसा होने पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज नहीं होगा ग्वालियर में बुधवार से होने वाली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 120 उद्योग इकाइयों को 270 एकड़ जमीन उद्योग निर्माण के लिए आवंटित की जाएगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उद्योग की 17 इकाइयों का वर्चुअल भूमिपूजन और 10 का लोकार्पण भी करेंगे। इन 27 इकाइयों के जरिए मप्र में करीब 1420.39 करोड़ रुपए का निवेश आना तय हो गया है। उद्योगपतियों ने सरकार से हुए करार में इन इकाइयों में 3451 लोगों को रोजगार देने का वादा भी किया है। मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एमपीआईडीसी) का कहना है कि अब तक उज्जैन और जबलपुर में 51 उद्योगों के लोकार्पण से 8,236 लोगों को रोजगार मिला। अब फरवरी 2025 में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन होगा। इसके अलावा कॉन्क्लेव में ऐलान हो सकता है कि उद्योग परिसर में कोई भी हादसा होने पर उद्योग संचालक पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज नहीं होगा। अब तक ऐसे मामलों में सीधे उद्योग संचालक की गिरफ्तारी का प्रावधान था। अब सीधे गिरफ्तारी सीधे नहीं होगी। जांच के बाद कार्रवाई तय होगी।
लीज ट्रांसफर के केस सीधे भोपाल जाएंगे : औद्योगिक क्षेत्रों में लीज ट्रांसफर के मामले अब सीधे भोपाल भेजे जाएंगे। निर्धारित समय सीमा में प्रक्रिया पूरी होगी। बच्चों के डाइपर का जो सामान अब तक चीन से आता था, अब वह भोपाल में बनेगा सीएम ने मंगलवार को भोपाल के अचारपुरा औद्योगिक क्षेत्र में टीडब्ल्यूई-ओबीटी उद्योग समूह का भूमिपूजन किया। यहां स्थापित की जा रही कंपनी विश्व स्तरीय हाइजीन नॉन वूवन यूनिट (बिना बुना फैब्रिक) तैयार करेगी। कंपनी ने एक नए निवेश की शुरुआत की है। ये निवेश करीब 125 करोड़ रुपए का है, जिसे बढ़ाकर कंपनी 4 गुना तक यानी 1000 करोड़ रुपए तक ले जाएगी। इस कंपनी के लिए मंगलवार को भूमिपूजन भी कर दिया गया है। सीएम ने कहा कि ये कंपनी जो प्रोडक्ट बना रही है, वह अब तक देश में कहीं नहीं बनता। यहां बच्चों के डाइपर के अंदर लगने वाली सामग्री बनाई जाएगी, जो आमतौर पर चीन से आयात होती है। अचारपुरा में बनाएंगे पुलिस चौकी : अचारपुरा क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। इसलिए क्षेत्र में कर्मचारियों की सुरक्षा व पुलिस प्रबंधन के लिए पुलिस चौकी बनाई जाएगी। भास्कर एक्सपर्ट – ​​​​​​​ आशीष वैश्य, चेयरमैन, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) मप्र 6 महीने में 2 रीजनल समिट से ही मिला 1.80 लाख करोड़ का निवेश पिछले 8 महीने में मप्र एक समृद्ध औद्योगिक केंद्र में बदल गया है। पिछले 6 महीने में रीजनल इन्वेस्ट समिट और हाई लेवल इन्वेस्ट रोड शो के जरिये 1.80 लाख करोड़ की निवेश योजनाएं सामने आ चुकी हैं। ये मध्य प्रदेश की भविष्य की संभावनाओं में निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है। फरवरी 2025 में भोपाल में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हमारे प्रदेश की क्षमताओं और अवसरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करने का प्रयास करेगी। उज्जैन और जबलपुर जैसे अपेक्षाकृत अछूते औद्योगिक क्षेत्रों में आयोजित इन सम्मेलनों ने सरकार, औद्योगिक हितधारकों और निवेशकों के बीच संवाद के लिए एक महत्वपूर्ण मंच दिया है। ग्वालियर कॉन्क्लेव में बड़े पैमाने पर औद्योगिक विकास की घोषणाएं होने की उम्मीद है। निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हाल में हर जिले में इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन सेल्स की स्थापना की गई है, जिनका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर निवेशकों को सुव्यवस्थित सहायता प्रदान करना है। इससे निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा। इन प्रयासों को और सशक्त बनाने के लिए 2025 को “उद्योग का वर्ष’ घोषित किया गया है। औद्योगिक क्षेत्र के लिए 40% बजट बढ़ाया गया है।