तीर्थनगरी ओंकारेश्वर क्षेत्र के ग्राम जिल्हार कोठी में बने एक आश्रम से नाबालिग छात्र भाग गया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब वह खंडवा रेलवे स्टेशन पर पहुंचा और उस पर पुलिस की नजर पड़ी। 13 वर्षीय बालक ने पूछताछ में बताया कि वो महाराष्ट़्र का रहने वाला है। परिजन के मोबाइल नंबर दिए। महाराष्ट़्र से आए परिजन ने बालक की सुपुर्दगी ली। मामले में मांधाता पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की है। बताया कि 25 अगस्त की दोपहर एक नाबालिग जिल्हार कोठी स्थित स्वामी नारायण आश्रम से भाग गया था। वह सनावद तक ऑटो और उसके बाद बस से खंडवा पहुंचा। खंडवा से महाराष्ट्र के भुसावल जाने वाला था। लेकिन खंडवा में आरपीएफ पुलिस की उस पर नजर पड़ गई। उन्होंने बालक को अपने साथ लिया और पूछताछ के बाद मांधाता पुलिस को सूचना दी। खंडवा पहुंची मांधाता पुलिस ने बालक की सुपुर्दगी ली। इसके बाद महाराष्ट्र से उसके परिजन पहुंचे और बालक को उनके सुपुर्द किया गया। एएसआई तुलसीराम यादव के मुताबिक, बालक की काउंसलिंग की गई, उसने सिर्फ इतना बताया कि उसकी मां मोनिका पाटिल उसी दिन उससे मिलने महाराष्ट्र से आश्रम पहुंची थी। उसने मां से कहा कि मुझे भी साथ ले चलो, लेकिन वो पढ़ाई का हवाला देकर नहीं ले गई। इसीलिए वो आश्रम से भाग निकला था।