मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस बार जन्माष्टमी पर्व पूरे प्रदेश मेंं हर्षोल्लास के साथ मनाने के साथ ही विभिन्न आयोजन करने के निर्देश दिए थे। शासन के निर्देश के बाद सोमवार को जन्माष्टमी पर्व का अवकाश होने के बाद भी जिले के सभी शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के बीच सांस्कृतिक आयोजन किए गए। स्कूलों में सुबह के समय बच्चे भगवान बालकृष्ण का रूप धारण कर शामिल हुए। वहीं कृष्ण गीतों पर नृत्य, संगीत की प्रस्तुति भी हुई। मध्य प्रदेश में इस बार भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव पर सरकारी स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम व भगवान श्री कृष्ण के व्यक्तित्व से संबंधित प्रसंगों के व्याख्यान के आयोजन करने के निर्देश शासन ने दिए थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशाअनुसार उज्जैन जिले के सभी शासकीय और प्राइवेट स्कूलों में जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर सोमवार को विभिन्न आयोजन किए गए। सुबह निर्धारित समय पर विद्यालय के विद्यार्थी स्कूल पहुंचे जहां पर भगवान श्री कृष्ण का पूजन करने के बाद भक्ति गीतों पर नृत्य, संगीत की प्रस्तुति बच्चों द्वारा दी गई। इस दौरान छोटे बच्चे भगवान श्री कृष्ण का स्वरूप धारण कर स्कूल पहुंचे थे। शहर के सीएम राइज जाल सेवा निकेतन उमावि विद्यालय सहित अन्य स्कूलो में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। वहीं पीएम श्री शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दशहरा मैदान में सांस्कृतिक आयोजन के साथ ही पुरातत्व विशेषज्ञ डॉ. रमन सोलंकी ने भगवान श्री कृष्ण के उज्जैन आगमन को लेकर विभिन्न संदर्भो को लेकर व्याखयान दिए। इसी तरह प्रायवेट विद्यालय उज्जैन पब्लिक स्कूल, ज्ञान सागर स्कूल सहित अन्य स्कूलों में भी सुबह सांस्कृतिक आयोजन हुए। उज्जैन पब्लिक स्कूल में बड़ी संख्या में बच्चों ने भगवान श्री कृष्ण के भक्ति गीतों पर नृत्य की प्रस्तुति दी। यहां पर बच्चों ने दही की मटकी भी फोड़ी। कार्यक्रम के दौरान स्कूलों में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति रही। जिला शिक्षा विभाग के शहर बीआरसी संजय शर्मा ने बताया कि शासन के निर्देश के बाद सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी होने के कारण शहर के सभी विद्यालयों में सुबह जल्दी भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के आयोजन करने के निर्देश दिए थे। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुबह 10 बजे के बाद कार्यक्रम आयोजित किए गए।