सागर में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। राधा-कृष्ण मंदिरों में सुबह से ही धार्मिक आयोजन शुरू होंगे जो देर रात तक चलेंगे। रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। वहीं शहर के श्रीदेव बांके राघवजी मंदिर, श्रीदेव अटल बिहारी जी और द्वारिकाधीश मंदिर, गेड़ा जी मंदिर में 27 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। त्योहार के चलते सागर के बामोरा में स्थित भगवान राधाकृष्ण रुद्राक्ष धाम मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन सोमवार को किया जा रहा है। सुबह 10.30 बजे इंदौर के हनुमंत ध्वज पथक बैंड की प्रस्तुति के साथ आरती से महोत्सव शुरू होगा। जन्माष्टमी की संध्या 7 बजे से रात 12 बजे तक प्रत्येक पहर भव्य रंगारंग आतिशबाजी से आसमान रोशन होगा।
रुद्राक्ष धाम मंदिर जन्माष्टमी महोत्सव आयोजन समिति ने कार्यक्रम जारी करते हुए बताया कि इंदौर से आया श्री हनुमंत बैंड की सुबह 10.30 बजे प्रस्तुति होगी। सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक राधे-राधे आर्केस्ट्रा, दोपहर 2 से 2.30 बजे तक पुनः हनुमंत ध्वज पथक बैंड की प्रस्तुति, 2.30 से 3 बजे तक राधा-कृष्ण नाटिका प्रस्तुति, 3 बजे से 3.30 बजे तक लोक भजन संगीत, 3.30 से 4 बजे तक बरेदी नृत्य प्रस्तुति, शाम 4 से 4.40 बजे तक माडर्न आर्केस्ट्रा, 4.40 से 5.15 बजे तक बधाई नृत्य, 5.15 से 6.15 तक निमाड़ के सांस्कृतिक दल द्वारा श्रीकृष्ण लीला, 6.15 से 7 बजे तक बच्चों द्वारा श्री राधा-कृष्ण बाल स्वरूप प्रस्तुति होगी। शाम 7 बजे से विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ लगातार चार बार रंगारंग आतिशबाजी का प्रदर्शन किया जाएगा। शाम 7 बजे, 8.30 बजे, 10 बजे और रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की बेला में इंदौर के बैंड की प्रस्तुति के साथ विशेष आरती और आतिशबाजी की जाएगी। इस दौरान पूर्व मंत्री खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल होंगे।