जन्माष्टमी पर्व से एक दिन पहले मुरैना के मंदिरों को बेहतरीन ढंग से सजाया गया। मंदिरों में लाइटिंग की गई जिस मंदिर रोशनी से जगमगा रहे थे। शहर के राधा कृष्ण मंदिर तथा बांके बिहारी मंदिर सहित लगभग सभी राधा कृष्ण मंदिरों पर रोशनी की गई है। बता दे की मुरैना जिला, मुरैना गांव के नाम से बसा है। इसी मुरैना गांव में द्वारकाधीश का मंदिर है। यहां पर साल में होली के पर्व पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा अन्य महोत्सव भी होते रहते हैं। यहां पर राधा कृष्ण मंदिर है इस मंदिर को जन्माष्टमी पर्व पर बेहतरीन ढंग से सजाया जाता है। वही बाजार में मौजूद श्री बांके बिहारी मंदिर को भी करीने से सजाया जाता है। इसके अलावा अन्य राधा कृष्ण मंदिरों को भी सजाया जाता है तथा उन पर रोशनी की जाती है। मंदिरों पर सजावट का काम पूरा जन्माष्टमी पर्व से 1 दिन पहले रविवार को शहर के सभी प्रमुख मंदिरों पर सजावट कर दी गई है। राधा कृष्ण मंदिर तथा बांके बिहारी मंदिर पर इतनी अच्छी सजावट की गई है कि उसे देखने के लिए शहर के लोग रविवार की रात को ही मंदिरों में पहुंचे और उन्होंने पूजा पाठ करना शुरू कर दिया। देर रात तक खुले रहे मंदिर आमतौर पर मुरैना शहर में राधा कृष्ण मंदिर हो या बांके बिहारी मंदिर सभी रात को 9:00 के बाद बंद कर दिए जाते हैं लेकिन रविवार को सजावट होने के कारण देर रात तक लोगों का आना-जाना लगा है। श्रद्धालु आए और उन्होंने पूजा पाठ की। प्रसाद की तैयारी शुरू राधा कृष्ण तथा बांके बिहारी मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर प्रसाद वितरण की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रसाद तैयार किया जा रहा है। इस प्रसाद को जन्माष्टमी पर्व के रात 12:00 बजे के बाद वितरण किया जाएगा। इस दिन लोग देर रात तक मंदिरों में रहेंगे। जब रात 12:00 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव मनाया जाएगा उसके बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। अंत में सभी लोग अपने घरों में पहुंचेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम श्री जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर मंदिरों में आने जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यवस्था की गई है। पूरे शहर में जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहेगा तथा किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए तैयार रहेगा।