चलो रे चलो भोले के द्वारे, हर-हर शंभू, बोल बम महोदव के ये भजन सुबह से ही पूरे शहर में महादेव की भक्ति का रस घोल रहे थे। शाम होते-होते पूरा शहर महादेव की भक्ति में रम गया। जैसे ही महादेव भक्तों के सामने आए वे भक्त निहाल हो गए। अवसर था भादौ के पहले सोमवार को निकली तीन महादेव की सवारियों का जिसका भक्तों ने पलक-पावड़े बिछाकर इंतजार किया तो सर झुकाकर और आशीर्वाद लेकर अपना जीवन धन्य किया। सावन माह की समाप्ति के पश्चात भादौ माह में भी भक्तों को महादेव का सान्निध्य मिला और ओंकारेश्वर के साथ ही जयेश्वर और सोमेश्वर महादेव भक्तों को दर्शन देने के लिए ठाठ-बाट से निकले। जिससे शहरवासी उत्साहित हो गए और सवारी में शामिल हुए। सबसे पहले धानमंडी स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर से शाम को 5 बजे सवारी की शुरुआत हुई। ओंकारेश्वर महादेव अपने रथ में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। सवारी में शहर का श्री गणेश बैंड और अन्य बैंड भी शामिल थे। जिनकी संगीतमयी भजनों की धुन पर श्रद्धालु थिरकते हुए चले। जिन पर भक्तों ने पुष्प वर्षा कर उनका भी उत्साहवर्धन किया। शाही सवारी मंदिर से शुरु होकर वजीरपुरा, लालपुरा, कुम्हारवाड़ा होते हुए महादेव घाट मंदिर पहुंची जहां महादेव घाट मंदिर के पुजारी द्वारा ओंकारेश्वर महादेव का पूजन किया। इसके बाद यहां से सवारी मगरिया चौराहा, सोमवारिया बाजार, आजाद चौक, किला रोड होते हुए पुनः मंदिर पहुंची जहां महाआरती के बाद प्रसादी का वितरण किया गया। तलाव की पाल से निकले जयेश्वर महादेव इसी दिन शाम 4 बजे तालाब की पाल स्थित जयेश्वर महादेव मंदिर से जयेश्वर महादेव की सवारी भी प्रारंभ हुई। जिसमें बड़नगर का गणेश बैंड, दो झांकियां और भगवान की पालकी भी शामिल थी। पालको को भक्त अपने हाथो से उठाए महादेव के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। सवारी तालाब की पाल स्थित मंदिर से शुरू होकर कसेरा बाजार, आजाद चौक, नई सड़क, फव्वारा चौराहा से काछीवाड़ा, मगरिया होते हुए महादेव घाट पहुंची जहां पूजन के बाद सवारी सोमवारिया बाजार से आजाद चौक होते हुए पुनः तालाब की पाल स्थित जयेश्वर महादेव मंदिर पहंुची जहां महादेव की आरती कर सभी ने आशीर्वाद लेकर प्रसाद ग्रहण किया। सोमेश्वर महादेव ने भी जाने प्रजा के हाल सोमवारिया बाजार स्थित सामेश्वर महादेव की पूरे वर्ष में भादौ माह के प्रथम सोमवार पर ही नगर भ्रमण करते हैं। ऐसे में सोमवार को इस मंदिर से भी शाम 4 बजे शाही सवारी प्रारंभ हुई। सोमेश्वर महादेव की सवारी में भी पालकी में सवार महादेव एवं बैंड भी शामिल था जो सवारी की शोभा बढ़ा रहे थे। सवारी वजीरपुरा, लालपुरा, कुम्हारवाड़ा होती हुई मगरिया से पुनः सोमवारिया स्थित मंदिर पहुंची और यहां भी पूजन के बाद प्रसादी का वितरण किया गया। दो दर्जन से अधिक स्थानों पर लगाए स्वागत द्वार सवारी को लेकर नगरवासियों में भी उत्साह देखा गया जो सुबह से शाम तक महादेव के स्वागत के लिए तैयारियों में जुटे हुए थे। इसके लिए नगरवासियों ने दो दर्जन से अधिक स्वागत द्वार बनाए थे। जहां सवारी के पहुंचने पर पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया गया। वहीं प्रसादी वितरण भी किया गया।