सेंट्रल-स्कूल के छात्र की मौत मामले में SIT जांच:घटनास्थल पर वैज्ञानिक तरीके से जांच, गेहूं में रखने की सल्फास खरीदकर ऑनलाइन पेमेंट किया था

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नर्मदापुरम के एसपीएम केंद्रीय विद्यालय के कक्षा बारहवीं के छात्र हर्ष मीना की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शुरू कर दी है। एसआईटी में शामिल एएसपी आशुतोष मिश्रा, इटारसी एसडीओपी महेंद्र सिंह चौहान, दो थाने के प्रभारी और एक एएसआई और दो आरक्षक इटारसी, होरियापीपर, मेहराघाट और नर्मदापुरम पहुंचे। मेहराघाट के किसान टोडरमल कीर के खेत में मेढ़ के पास घटनास्थल का फिर से निरीक्षण किया। जहां 22 अगस्त को 8 फीट गहरे गड्ढे में हर्ष का डी-कंपोज शव मिला था। हर्ष की अंतिम लोकेशन इटारसी के लकड़गंज गांधीनगर एरिया में थी। वहां से होरियापीपर तक जितने भी सीसीटीवी कैमरे थे, वहां के फुटेज देखे जा रहे हैं। इनमें रेत खदान के कैमरे से भी हर्ष के फुटेज मिले हैं। जांच टीम ने वह स्थल देखा जहां हर्ष की इलेक्ट्रिक स्कूटर मिली थी। जिस जगह मृतक हर्ष मीणा की स्कूटी मिली और जहां खेत के गड्ढे में उसका शव मिला। वहां तक पहुंचने का कीचड़ और खेत से भरा है। घटनास्थल तक एसआईटी टीम पैदल ही पहुंची। गड्ढे के आसपास और गड्ढे का टीम ने बारीकी से वैज्ञानिक तरीके से निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाएं। एएसपी मिश्रा ने बताया जांच का बिंदु यह है कि हर्ष मीणा इटारसी से होरियापीपर मेहराघाट क्षेत्र तक क्यों और कैसे आया। घटनास्थल पर मिले उसके बैग से पॉइजन(सल्फास) की पैक एक शीशी और दो सल्फास वाले पैक इंजेक्शन मिले। 18 साल का हर्ष मीणा हासलपुर गांव का रहने वाला था। सेंट्रल स्कूल में 12कक्षा का छात्र था। 18अगस्त को कोचिंग जाने का कहकर निकला था। कोचिंग जाने के बजाय वो अपनी क्लास की एक छात्रा के घर पहुंचा था। वहां से निकलने के बाद वो लालता हो गया। चार दिन तक वो लापता रहा। पांचवें दिन उसका डी-कंपोज शव रामपुर थाना क्षेत्र के एक खेत में मिला। शव देखकर पुलिस ने अनुमान लगाया कि मौत तीन-चार दिन पहले हुई होगी। 7 सदस्यीय एसआईटी में एडिशनल एसपी आशुतोष मिश्रा, इटारसी एसडीओपी महेंद्र सिंह चौहान, रामपुर थाना प्रभारी विपिन पाल, पथरौटा थाना प्रभारी संजीव पवार, एक एएसआई और दो आरक्षक शामिल है। जिसे लीड एएसपी मिश्रा कर रहे है। नर्मदापुरम से खरीदी थी सल्फास, ऑनलाइन पेमेंट किया हर्ष ने नर्मदापुरम की गुप्ता ग्राउंड के पास स्थित जिस कीटनाशक दुकान से गेहूं में रखने का कहकर इंजेक्शन व सल्फास की गोलियां खरीदी थीं। उस दुकानदार से पूछताछ करने पर पता चला कि हर्ष ने फोन पे से 130 रुपए का ऑनलाइन पेमेंट किया था। फिलहाल मामले में एसआईटी जांच कर रही है। अभी तक किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है।