कोलकाता समेत देश के अन्य हिस्सों में बेटियों के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसी घटनाओं के विरोध में सागर में लीगल राइट्स काउंसिल ऑफ इंडिया व नगर की सामाजिक संस्थाओं ने कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च चकराघाट से शुरू हुआ जो कोतवाली होते हुए तीनबत्ती पहुंचा। जहां दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान कोलकाता की घटना के आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की गई। जहां छात्र-छात्राओं ने ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए नुक्कड़-नाट्य प्रस्तुत किया। नुक्कड़ नाट्य में कलाकारों ने भाव विभोर कर देने वाली प्रस्तुति दी। जिसके बाद उपस्थित जन समूह की आंखों से आंसू छलक उठे। राहगीर प्रस्तुति को देखने थम गए। जिसमें रिया सेन, यशविनी ठाकुर, संजना पटेल, सोनाली रजक, अर्शी राय, पूर्वा लोधी, अमन ठाकुर, अर्पित दुबे, अखिलेश तिवारी, आकाश श्रीवास्तव, दीपेंद्र लोधी, देव अहिरवार, संजू आठिया, निक्की अहिरवार, राहुल चौरसिया, शुभम पटेल, आदित्य निर्मलकर, शुभम शरण ने प्रस्तुति दी। प्रस्तुति के बाद सभी ने मौन धारण कर दिवंगत बेटियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लीगल राइट्स काउंसिल ऑफ इंडिया की प्रदेश उपाध्यक्ष अनुश्री जैन ने कहा कि कोलकाता सहित देश के विभिन्न कोनों से घिनौनी घटनाओं की खबरों से मन आक्रोशित है। पीड़ा से भरा हुआ है। अब समय आ चुका है कि बहन बेटियों व सभी मातृ शक्ति को स्वयं गोविंद बनकर विकृत मानसिकता के लोगों का दहन करना होगा। मैं केंद्र और राज्य सरकार से मांग करती हूं कि नारी शक्ति को सशक्त और सक्षम बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएं।
कोलकाता की घटना से देश में आक्रोश है
विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि वर्तमान समय में नारी शक्ति सहित समूचे देश वासियों के दिल में आक्रोश है। कोलकाता में हुई शर्मशार करने वाली घटना ने मन मस्तिष्क को झकझोर दिया है। महिला उत्पीडन बंगाल में चरम पर है और वहां की सरकार चुप्पी साधे हुई बैठी है। यह समूचे नारी शक्ति का अपमान है। आज प्रत्येक नारी शक्ति की एक ही आवाज, एक ही गुहार प्रधानमंत्री से है कि आप गुनहगारों पर सख्त कार्रवाई करें। इस दौरान सांसद लता वानखेड़े, निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन, डा वीरेंद्र पाठक, प्रतिभा चौबे, मेघा दुबे, ऊषा वर्मन, सतीश जैन, अरविंद जैन, डा मोनिका जैन, किरण सैनी, जयश्री चढ़ार, आशा तिवारी, टिंकू राय, रश्मि कुशवाहा, नितिन सोनी, नीरज तिवारी, डा स्मिता दुबे, कल्पना श्रीवास्तव, प्रीति शर्मा, राहुल वैद्य, अनीता हरप्रसाद अहिरवार, नम्रता पिंपलापुरे, विकास सेन, स्वाति प्रफुल्ल हलवे, सिल्की जैन समेत सामाजिक संगठन, स्वयं सेवी संस्थाएं, राजनीतिक कार्यकर्ता, चिकित्सक, इंजीनियर, वकील, प्राध्यापक समेत नगरवासी मौजूद थे।