मानव, मानव से प्रेम करें यही प्रभु की उत्तम भक्ति है। प्रभु की कृपा अगर हो तो सभी कार्य संपूर्ण होते हैं। प्रभु दयावान है, वह हर व्यक्ति के मन की बात समझते हैं। उक्त बात ज्ञानी हरि सिंह ने लिंबोदी स्थित गुरुद्वारे में संगत को संबोधित करते हुए कही। श्री कृष्ण एवेन्यू फेस फर्स्ट और थर्ड की संगत ने रविवार को विशेष दीवान सजाया। इसमें महिलाओं के विभिन्न जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन किया। कुलविंदर कौर बाबी ने बताया एक माह से चल रहे कीर्तन का रविवार को समापन हुआ। जिसमें सुरजीत कौर, गुनीत कौर, दलजीत कौर बिंद्रा, डेजी, रानी कौर आदि ने अपनी विभिन्न सेवाएं प्रदान की। श्री आनंद साहेब का पाठ किया। अरदास में विश्व के भले की अरदास की कामना की। गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया।