बैतूल से पिछले 16 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पर सैनिकों को राखी बांधने गया महिलाओ का दल बैतूल लौट आया। इसमें आंध्र प्रदेश और जोधपुर की महिलाए भी शामिल थी। दल की सदस्य महिलाओ ने बाड़मेर समेत कई सीमा चौकियों पर जाकर सैनिकों की सूनी कलाईयों पर रक्षा सूत्र बांधा। राष्ट्र रक्षा मिशन से जुड़ी महिलाए पिछले 16 अगस्त को बैतूल से रवाना हुई थी। यात्रा के दौरान इटारसी सीपीई में आर्मी के जवानों को तिरंगा राखी बांधी गई। जिसके बाद उन्हें आगर मालवा में 4 हजार बच्चो ने राखियां भेंट की थी। जोधपुर में भी राष्ट्र रक्षा मिशन की संयोजक आशा कच्छवाह के नेतृत्व में दल का आत्मीय स्वागत हुआ। यहां केंद्रीय जेल में महिला बंदियों ने शगुन की मेंहदी लगाई। जीरो लाइन पर पहुंचकर बांधी जवानों को राखी भारत पाक सीमा बाड़मेर की दो सीमा नौकरियों पर पहुंचकर राष्ट्र रक्षा मिशन के दल ने BSF के जवानों को राखी बांधी। समिति अध्यक्ष गौरी पदम ने बताया की मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश और राजस्थान के 35 सदस्यीय दल ने जीरो लाइन पर तैनात जवानों की सुनी कलाई पर राखी बांधी। बी ओ पी गडरा और मुनाबाव में रक्षा बंधन पर बहनों को देख जवान भावुक हुए। भारत के अंतिम रेलवे स्टेशन मुनाबाव की भी सभी ने विजिट की।