शाजापुर के पंडित बालकृष्ण शर्मा नवीन कॉलेज में रविवार को मप्र जन अभियान परिषद ने महर्षि अरविंद जी की जयंती मनाई। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीकृष्ण, भारत माता और महर्षि अरविंद जी के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष हेमराजसिंह सिसोदिया ने की। मुख्य वक्ता के रूप में परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, संभाग समन्वयक शिवप्रसाद मालवीय, प्राचार्य डॉ. बीएस विभूति, आनंद मोहन पंड्या, विष्णु प्रसाद नागर, बसंत रावत, धनसिंह धनगर एवं सीमा बैंडवाल मौजूद थे। श्री नागर ने कार्यक्रम की रूप रेखा बताते हुए कहा परिषद वर्ष में 5 महापुरुषों की जयंती आयोजित करता हैं। उन्होंने अरविंद जी के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि वह एक योगी एवं दार्शनिक थे। वे 15 अगस्त 1872 को कलकत्ता में जन्मे थे। इनके पिता एक डॉक्टर थे, जिन्होंने युवावस्था में स्वतंत्रता संग्राम में क्रान्तिकारी के रूप में भाग लिया। विभाग उपाध्याय ने कहा कि हमारे देश में अधिकांश लोग महर्षि अरविंद जी को महर्षि के ही रूप में जानते हैं। वो यह जानते हैं कि अरविंद ने आज के वैज्ञानिक युग में भी योग की साधना के द्वारा अमूल्य सिद्धियां प्राप्त की थीं। अरविंद जी के संबंध में लोगों की यह धारणा असत्य नहीं है, किन्तु अपने प्रारंभिक जीवन में अरविन्द जी योग साधक के अतिरिक्त कुछ और भी थे। जिला पंचायत अध्यक्ष हेमराज सिसोदिया ने कहा कि जन अभियान परिषद के कार्यकर्ता हर समय अपनी ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं। जिससे समाज को नया बल प्राप्त हो रहा है। इसके अलावा शिवप्रसाद मालवीय और आनंद मोहन पंड्या ने अरविंद जी के जीवन एवं उनके प्रयासों का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने बताया कि अरविंद जी ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण काम किए है और उनका जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा का माध्यम है।