द इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन डिजाइनर्स इंडिया ने शनिवार को इंदौर के गांधी हॉल में अपने सेंट्रल रीजन सेंटर का औपचारिक रूप से गठन किया। यह केंद्र मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को शामिल करेगा। इसका मुख्यालय इंदौर में स्थापित किया गया है। प्रोग्राम में देश के जाने माने अर्बन डिजाइनर्स ने शिरकत की। इस मौके पर हुए इंस्टालेशन सेरेमनी में आईयूडीआई के प्रेसिडेंट अरुणवदास गुप्ता ने संस्था के लक्ष्य एवं उद्देश्यों की जानकारी दी। साथ ही नये सेंटर के उद्घाटन की घोषणा करते हुए केंद्र के चेयरमैन के रूप में राजकुमार वासवानी एवं सचिव के पद पर योजना तथा वास्तुकला स्कूल, भोपाल के प्रोफेसर डॉ. आनंद वाडवेकर को नियुक्त किया। इस अवसर पर आईयूडीआई के पूर्व प्रेसिडेंट उजान घोष ने नगरीय डिजाइन को संक्षेप में समझाया। उन्होंने बताया कि नगरीय डिजाइन कस्बों और शहरों, सड़कों और स्थानों का डिजाइन है, जो जीवन के भौतिक स्वरूप को आकार देने की एक सहायक और बहु-विषयक प्रक्रिया है। इसमें इमारतों, उनके समूहों, और परिदृश्यों का डिजाइन शामिल है, जो समय के साथ बेहतर विकास की दिशा में योगदान करते हैं। इसका उद्देश्य न केवल इमारतों और स्थानों की सुंदरता को बढ़ाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि ये डिजाइन निवेशकों, सेवाप्रदाताओं और समाज के व्यापक हित में हो। इस अवसर पर अर्बन मोसायिक जो देशभर के नगरीय डिजाइनरों द्वारा किए गए कार्यों का एक संकलन है, का विमोचन भी किया गया। यह संकलन नगरीय डिजाइन के क्षेत्र में किए गए विभिन्न उल्लेखनीय कार्यों को प्रस्तुत करता है और इस क्षेत्र में उभरते रूझानों और विचारों पर प्रकाश डालता है। इवेंट कॉर्डिनेटर गुंजन बड़जात्या ने बताया संस्था इंदौर शहर के साथ-साथ देश के सेंट्रल रीजन के सभी बड़े और छोटे शहरों में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से नगर निगम एवं अन्य सभी सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम करेगी, जिससे नगरीय विकास के लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सके। अंत में, संस्था के मेंबर शिवम नायक, भास्कर अग्रवाल, सुमन्यु वासुदेव, अंशुल चावड़ा, अक्षत जैन, मानसी जैन और अन्य प्रमुख सदस्यों ने नेशनल बॉडी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे नगरीय डिजाइन के क्षेत्र में एक बड़ा कदम बताया, जो इंदौर और आसपास के क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।