एक निजी होटल में रविवार को कांग्रेस पार्षदों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नपाध्यक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार करने के सबूत पेशकर उनसे इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस के सभी पार्षदों के साथ नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष अमर रोचलानी ने कहा कि बीते दिनों नपाध्यक्ष भारती कमेडिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बयान दिए थे। अगर उनके खिलाफ कोई भी एक भ्रष्टाचार के सबूत पेश कर दे तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगी। इसी को लेकर कांग्रेस पार्षदों ने नगर में हो रहे भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं को लेकर सबूत पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि नपाध्यक्ष कमेडिया को अपने बयान के आधार पर पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के ही पार्षदों ने अपनी परिषद की अध्यक्ष पर आरोप लगाकर कलेक्टर से शिकायत की है कि नगर पालिका में पूर्व में दो मड़ पंप होने के बाद भी तीन मड़ पंप 51 लाख तैतीस हजार में खरीदे गए हैं।जबकि एक मड़ पंप की कीमत सात से आठ लाख के बीच है। इस खरीदी में बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है। पार्षद अहद खान ने कहा कि नगर पालिका ने जेसीबी खरीदने का प्रस्ताव पास किया गया था। लेकिन व्यक्ति विशेष को लाभ देने के लिए दो सालों में एक करोड़ सत्तर लाख का भुगतान किया गया है। जबकि सफाई दरोगा ने दो सालों में जेसीबी के लिए कोई मांग पत्र नहीं दिए जाने को लेकर सीएमओ को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि नपाध्यक्ष के द्वारा पूर्व की परिषद से ज्यादा वाहन होने पर भी कम मात्रा में डीजल खरीदने की बात कही जा रही है। जबकि हकीकत यह है कि जो वाहन कागजों पर दिखाए जा रहे हैं। उनमें से चालू कितने है। यह बात भी सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि खिरकिया और टिमरनी में भाजपा शासित परिषदों ने 15 रुपए किलो में जो पाउडर खरीदा है। उसे हरदा की परिषद 40 रुपए के भाव से खरीद रही है।वही एक बेलर में 400 लीटर डीजल आता है। जबकि बिल 800 लीटर का लिया जाता है। वही कांग्रेस पार्षदों के वार्डों में भेदभाव कर काम नही किया जा रहा है।