हर साल भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाए जाने वाला जन्माष्टमी का पर्व इस बार 26 अगस्त को जिला मुख्यालय सहित अंचल में उत्साह व उमंग के साथ मनाया जाएगा। पर्व को लेकर मंदिरों से लेकर घरों तक तैयारियां हो रही है। बाजार में स्थायी व अस्थाई रूप से साज-सज्जा सहित राखी की दुकानों पर लोग खरीदारी करते नजर आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रोहिणी नक्षत्र योग निर्मित हो रहा है। इसलिए इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सुख, समृद्धि और मनोवांछित फल देने वाली मानी जा रही है। पुराणों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मध्यरात्रि अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस बार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 26 अगस्त को देर रात 3.39 बजे पर शुरू होगी। इस तिथि का समापन 27 अगस्त को देर रात 2.19 बजे पर होगा। ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार जन्माष्टमी 26 अगस्त दिन यानी सोमवार मनाई जाएगी। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रोहिणी नक्षत्र योग निर्मित हो रहा है, जो अत्यंत शुभ फल देने वाला होगा। सजी दुकानें, बाजार हो रहे गुलजार
जन्माष्टमी को लेकर बाजार भी गुलजार हो गया है। लड्डू गोपाल के सुंदर परिधान भी बाजार में आ गए हैं। खरीदारी करने के लिए भी लोग बाजार में पहुंच रहे हैं। कृष्ण जन्मोत्सव मनाने को लेकर साज-सज्जा के लिए सामग्री बाजार में बिकने आ गई है। 26 अगस्त की रात 12 बजे घर-घर कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। शहर के रणजीत चौक, कचहरी रोड और दशहरा मैदान में राखी के साथ सजावट की दुकानें सज गई हैं। बंधान स्थित गोशाला में मनेगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
जिला मुख्यालय से सटे अमल्यापानी (बंधान) में स्थित श्रीकृष्ण गोशाला में सोमवार को दिन में 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। गोशाला के सचिव महेश जोशी और अध्यक्ष मंशाराम अवास्या ने लोगों से कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया।