शाजापुर के किला रोड पर युवती को दो दिनों तक घर में बंधक बनाकर दुष्कर्म कराने के मामले में आरोपी महिला का नाम एफआईआर में किरण राजपूत बताए जाने पर करणी सेना ने नाराजगी जताई। हिन्दू जागरण मंच के संयोजक अनूप किरकिरे का स्थानीय धोबी चौराहे पर नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया। करणी सेना के कार्यकर्ता पहले राजराजेश्वरी माता मंदिर प्रांगण में इकट्ठा हुए और वहां से वाहन रैली के रूप में धोबी चौराहे पर पहुंचे। यहां से पुतला दहन के बाद कोतवाली थाने पहुंचे और अनूप किरकिरे के खिलाफ थाने में आवेदन दिया। करणी सेना ने कहा किरकिरे द्वारा किरण राजपूत के माध्यम से राजपूत समाज को बदनाम किया जा रहा है। महिला राजपूत समाज की न होकर अन्य समाज से हैं। महिला की जाति के संबंध में हमारे द्वारा सारे प्रमाण किरकिरे को देकर उनसे खंडन करने को कहा लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं है। किरकिरे राजपूत समाज को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं। किरकिरे का आज केवल पुतला दहन किया गया है, इसके बाद भी वे खंडन नहीं करते हैं तो करणी सेना पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेंगी। क्या है पूरा मामला?
करनी सेना के मीडिया प्रभारी सोनू बना सांपखेड़ा ने बताया कि विगत दिनों शाजापुर में हिंदू संगठन के द्वारा कोतवाली थाने पर मामला दर्ज कराया गया था। जिसमें आरोपी महिला द्वारा स्वयं को राजपूत समाज का होना बताया गया था। जबकि महिला द्वारा प्राप्त आधार कार्ड में दर्ज पते पर पहुंचकर करणी सेना परिवार टीम शाजापुर द्वारा इस बात की जांच की गई तो पता चला कि आरोपी महिला धूलिया महाराष्ट्र निवासी किरण पिता अनिल गुजराती है जो अपनी पहचान और समाज बदल कर शाजापुर क्षेत्र में रह रही थी। आरोपी महिला राजपूत समाज की न होकर किरण गुजराती है और उसने राजपूत समाज का नाम खराब करने की साजिश रची है। वहीं आरोपी महिला के आधार कार्ड में उसका नाम किरण गुजराती होने के बावजूद पुलिस ने एफआईआर में किरण राजपूत लिखा है। जिससे समाज की छवि धूमिल हुई है। हिन्दू जागरण मंच के अनूप किरकिरे से चर्चा कर उनसे खंडन करने को कहा गया लेकिन उन्होंने इस बात का खंडन नहीं किया। हिन्दू जागरण मंच इस तरह के मामलों में महिला की जाति का बखान क्यों करते हैं?