मध्य प्रदेश में तेज बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने से इंदौर में शुक्रवार को तूफानी बारिश हुई। 24 घंटों में 6.5 बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह सीजन की 24 घंटों में हुई सबसे तेज और ज्यादा बारिश है। इसके साथ ही सीजन की बारिश 26.5 इंच बारिश हो चुकी है। खास बात यह कि इस बारिश से अगस्त के 10.5 इंच का कोटा भी पूरा हो गया। साथ ही माह के कोटे से डेढ़ इंच ज्यादा है। तेज बारिश से दिन के तापमान में 5 डिग्री की गिरावट आई है। सुबह के कभी बादल तो कभी धूप निकल रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने आज भी तेज बारिश का अनुमान जताया है। गुरुवार रात से शुरू हुआ रिमझिम का सिलसिला शुक्रवार को तूफानी बारिश में बदल गया। इस दौरान रात 9 बजे तक तेज बारिश होती रही। सड़कों पर लबालब पानी भरने से सारा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दो स्थानों पर पेड़ गिरने की घटनाएं हुई। राहत वाली बात यह कि कोई हताहत नहीं हुआ है। बारिश से शहर के अधिकांश चौराहो और सड़कें जो घुटने तक डूबी थी उनमें भरा पानी बारिश थमने के बाद रातभर में खत्म हो गया। इनमें विजय नगर, पलासिया, बंगाली चौराहा, खजराना, नेहरू नगर, मालवा मिल, हुकुमचंद घंटाघर, धार रोड, बीआरटीएस विजय नगर के हालात सबसे खराब थे। आज सुबह से पानी बिल्कुल नहीं है। निचली बस्तियों में पानी भरे रहने की सूचना नहीं है। गुरुवार को दिन का तापमान 32.4 (+4) डिग्री और रात का तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। शुक्रवार को तेज बारिश के चलते तापमान में तेजी से गिरावट आई। दिन का तापमान 5 डिग्री लुढ़ककर 27.3 (-1) डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रात का पारे में हल्की गिरावट आई है और 22.2 (0) डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुवार को दिनभर में 12.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। शुक्रवार को146.4 मिमी (करीब 6 इंच) बारिश हुई। अभी सीजन की 26.5 इंच बारिश हुई है जबकि पिछले साल इस दौरान 25.5 इंच बारिश हुई थी। अगस्त माह का मौसम मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) की वजह से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। अरब सागर से एक्टिव लो प्रेशर एरिया का असर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में ज्यादा रहेगा। इस कारण इंदौर और अन्य हिस्सों में ज्यादा असर रहेगा। 25-27 अगस्त तक स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी रहेगी।