सीएम को प्रस्ताव:मंडीदीप को प्रदेश का पहला स्मार्ट इंडस्ट्रियल एरिया बनाने की तैयारी, ऑप्टिकल फाइबर केबल का नेटवर्क बिछाया जाएगा

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औद्योगिक क्षेत्र कमांड-कंट्रोल सेंटर के नियत्रंण में होगा लगभग 1100 हेक्टेयर में फैले मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र को मप्र का पहला स्मार्ट इंडस्ट्रियल एरिया बनाने का प्रस्ताव बना है। हाल ही में ऑल इंडस्ट्री एसोसिएशन मंडीदीप की तरफ से यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सौंपा है। प्रस्ताव के मुताबिक प्रस्तावित क्षेत्र आधुनिक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की निगरानी में होगा और जीपीएस, फेस रेकेग्निशन, आरएफआईडी टैग, वीडियो सर्विलांस जैसी टेक्नालॉजी से काम होंगे। प्रस्ताव के मुताबिक बीएसएनएल की सहायता से पूरे क्षेत्र में ऑप्टिकल फाइबर केबल का नेटवर्क बिछाया जाएगा। वेस्ट मैनेजमेंट, पार्किंग, वाहनों की एंट्री-एग्जिट, लाइटिंग, क्षेत्र की हरियाली को बचाने, वाहनों की ट्रैकिंग जैसे काम आधुनिक तकनीक से होंगे। इंडस्ट्री एरिया में प्रस्तावित कमांड-कंट्रोल सेंटर में निगरानी सिस्टम, वीडियो एनालिसिस, आटोमैटिक नंबर प्लेट रेकेग्निशन, फेसियल रेकेग्निशन और पब्लिक एड्रेस जैसे सिस्टम होंगे। ये सेंटर पूरे इंडस्ट्री एरिया को नियंत्रित करेगा। गलत पार्किंग, अनधिकृत लोगों पर सीसीटीवी से निगाह रखी जाएगी। क्षेत्र में आने-जाने वाले वाहनों पर रहेगी जीपीएस टैग से नजर क्षेत्र में आने-जाने वाले वाहनों पर जीपीएस टैग की सहायता से नजर रखी जाएगी। टैग से यह भी पता चल सकेगा कि किस वाहन ने कितने चक्कर लगाए। डस्टबिन में आरएफआईडी टैग लगे होंगे, बिन भर गई तो कमांड सेंटर को सिग्नल जाएगा। वाहनों में भी ये टैग लगे होंगे। कोई वाहन पार्किंग, डंपिंग यार्ड या कहीं और खड़ा हो तो हैंड डिवाइस से स्कैन कर उस वाहन की पूरी जानकारी मिल जाएगी। ऐसे टैग माइनिंग वाहनों में भी लगाए जाते हैं, जिनसे रजिस्ट्रेशन, बीमा, मालिक सहित पूरी जानकारी स्कैन करके मिल जाती है। बायोमेट्रिक मशीन से मिलेगा फैक्ट्री में कर्मचारियों को प्रवेश
कॉर्पोरेट दफ्तरों की तर्ज पर फैक्टरियों में भी मोबाइल एप या बायोमेट्रिक मशीन की सहायता से कर्मचारी प्रवेश करेंगे। मशीन में पंच करते ही सेंट्रल सर्वर में उसकी अटेंडेंस दर्ज हो जाएगी। वहीं इंडस्ट्री एरिया में वाहन तभी प्रवेश कर पाएंगे,जब रजिस्ट्रेशन प्लेट स्कैन होगी और वाहन नंबर अधिकृत पाया जाएगा। तकनीक का फायदा मिलेगा निगरानी में भी कम खर्च होगा
^प्रस्ताव पर सहमति मिली तो मंडीदीप मप्र का पहला इंडस्ट्री एरिया बनेगा। कॉमन फैसिलिटी होने से निगरानी सहित तमाम लागत कम होगी। जीपीएस, फेशियल रेकेग्निशन जैसी तकनीक का फायदा मिलेगा। राजीव अग्रवाल, अध्यक्ष एसोसिएशन ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज मंडीदीप