श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति ने अपना साप्ताहिक कार्यक्रम सृजन विविधा का आयोजन शुक्रवार को किया। इसमें कवियों ने विविध विषयों पर अपनी रचनाएं सुनाई। बरसात के बावजूद कवियों का उत्साह में कोई फर्क नहीं पड़ा और रिमझिम बूंदों के साथ उन्होंने रचना पाठ किया। संजय मोठ ने घर के बाहर बेटी दरिंदों को सबक सिखाऊं मैं… कविता के माध्यम से नारियों पर हो रहे अत्याचार पर आक्रोश जताया। महू से आए युवा कवि नीरज शर्मा ने अपनी कविताओं में बचपन के अलावा युद्ध है अभिमान किसी का, शांति के विरुद्ध है…कविता सुनाई। संस्था के अर्थमंत्री राजेश शर्मा ने समसामयिक गीत सावन बीता जाए सुनाया। संचालन कर रहे संस्था के प्रचार मंत्री हरेराम वाजपेयी ने सामाजिक विडंबनाओं पर आधारित रचना सुबह-सुबह उधार मत मांगों…सुनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डॉ.मिनाक्षी स्वामी ने कहा कि – आज की उपस्थिति कविता के प्रति असीम प्रेम का द्योतक है। आज की रचनाओं में महिलाओं की सुरक्षा और परिस्थितियों पर प्रहार किया। संस्था के प्रबंध मंत्री घनश्याम यादव ने आभार माना। इस आयोजन में डॉ.पद्मा सिंह, छोटेलाल भारती, कमलेश पांडे, हेमेंद्र मोदी, पुनीत चतुर्वेदी, संदीप पालीवाल, राजेश शर्मा, राजेश कुमायूं, अनिल कटारे, प्रणव व्यास आदि उपस्थित रहे।