पिछले साल 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम जिन स्कूलों में 40 फीसदी से कम रहा था। उसमें इस बार सुधार के लिए शिक्षा विभाग कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी के निर्देशन में लगातार प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को करैरा और पिछोर में ऐसे स्कूलों के प्राचार्यों की कार्यशाला आयोजित की गई। करैरा के सीएम राइज स्कूल में करैरा सहित नरवर के 27 व पिछोर के माडल स्कूल में पिछोर और खनियाधाना विकासखंड के 42 प्राचार्य शामिल हुए। इस कार्यशाला के दौरान जिले से पहुंचे अधिकारियों ने प्राचार्यों को निर्देश दिए कि वह स्कूलों में सकारात्मक शिक्षण वातावरण निर्मित करें। जिससे परीक्षा परिणाम में खुद ही बढोतरी होगी। खासतौर पर स्कूलों में प्राचार्य की भूमिका पर विशेष फोकस किया गया और उन्हें परिणाम सुधार के लिए दस बिंदुओं पर आधारित टिप्स भी दी गईं। करैरा में कार्यशाला के दौरान सहायक संचालक शालिनी दिनकर व बीईओ स्वीटी मंगल मौजूद रहीं तो वहीं इस पूरी प्रक्रिया को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ द्वारा गठित टीम में शामिल आरएमएसए के एपीसी सुनील चौरसिया, सहायक सांख्यिकी अधिकारी वत्सराज सिंह राठौड़, उमाशि अनूप सिंह परिहार व सुदर्शन गुप्ता ने भी प्राचार्यों को विस्तार से परीक्षा पूर्व तैयारियों को लेकर टिप्स दीं। फोन पर विषय विशेषज्ञ करेंगे समाधान आगामी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर जिला स्तर से विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की एक छह सदस्यीय टीम भी गठित की गई है। उनके दूरभाष नंबर भी विभाग ने सभी हाई स्कूलों के विषय शिक्षकों को उपलब्ध कराए हैं। यह शिक्षक अध्यापन के दौरान आने वाली कठिनाइयों को लेकर विषय विशेषज्ञों से मार्गदर्शन ले सकेंगे। विषय विशेषज्ञों में सामाजिक विज्ञान के लिए गायत्री पाल, अंग्रेजी में केशव शर्मा, गणित में सुदर्शन गुप्ता, विज्ञान में राकेश आचार्य, संस्कृत में राजेंद्र प्रसाद शुक्ला और हिंदी विषय के लिए इंदु पाराशर को शामिल किया गया है।