नगर निगम और प्रशासन ने पुलिस की मौजूदगी में सात महीने पहले भदभदा बस्ती के रहवासियों के साथ ज्यादती की। बीस मकानों को तोड़ना था, मनमर्जी से अधिक मकानों को तोड़ दिया गया। विरोध करने पर टीआई शाहपुरा ने कनपटी पर बंदूक रख दी। 50-60 पुलिसवालों ने घरकर मुझे एक स्थान पर बैठाए रखा। सात महीने पहले भदभदा में हुई इस कार्रवाई में शादाब खान (24) का भी मकान तोड़ा गया था। उसे टीटी नगर इलाके में टीन शेड के मकान में शिफ्ट किया। यहां जैसे-तैसे शादाब बूड़ी मां-पिता के साथ रह रहा था। किराए का ऑटो चलाकर अपने परिवार को पाल रहा था। नगर निगम के एक अधिकारी बीते तीन महीने से लगातार टीन शेड वाले मकान को खाली करने का दबाव बना रहे थे। बात नहीं मानने पर दोबारा पुलिस की मदद से मकान को तोड़ने की धमकी दे रहे थे। आए दिन की धमकियों से शादाब डिप्रेशन में आ चुका था। इसी के चलते उसने सुसाइड कर लिया। यह आरोप शादाब के परिचित और भदभदा बस्ती में रहने वाले गुफरान अली के हैं। उन्होंने शादाब की मौत के लिए नगर निगम के अधिकारी को दोषि बताया है। टीआई मनोज पटवा के मुताबिक शादाब खान (24) पुत्र अरमान खान निवासी कस्तूरबा स्कूल सामने टीन शेड ऑटो चलाता था। गुरुवार की शाम को उसने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। सुसाइड नोट नहीं मिलने से खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। परिजनों के आरोपों की जांच की जा रही है। क्या है मामला भोपाल की भदभदा बस्ती से टीटी नगर में शिफ्ट किए गए एक युवक ने गुरुवार रात फांसी लगा ली थी। परिजन और रहवासियों का आरोप है कि निगम और जिला प्रशासन के अफसर शेड तोड़ने की धमकी दे रहे थे। इसलिए युवक ने फांसी लगा ली। इधर, शुक्रवार को परिजनों ने भदभदा बस्ती के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया था। पुलिस की समझाइश के बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया। गुरुवार रात घटना के बाद पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, निगम में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी समेत कई कांग्रेस मौके पर पहुंचे। रहवासियों ने बताया कि भदभदा बस्ती तोड़ने के बाद कुछ लोगों को टीटी नगर में शेड बनाकर दिए थे। इन्हें भी तोड़ने की निगम और प्रशासन के अफसर धमकी दे रहे थे। इससे चालक शादाब टेंशन में रहता था। गुरुवार देर शाम शादाब ने अपने ही घर में फांसी लगा ली।