ग्वालियर में 10 दिन पहले सड़क हादसे में मुस्कान नाम की एक महिला की मौत हुई थी। उसका भाई गंभीर रूप से घायल हुआ था। लेकिन, असल में यह सड़क हादसा नहीं, बल्कि हत्या थी। जिसकी पूरी साजिश किसी और ने नहीं महिला के पति ने ही रची थी। हत्या को सड़क हादसा का रूप देने पति अजय उर्फ आलोक ने अपने दोस्त को ढाई लाख रुपए की सुपारी दी थी। पूरी साजिश को इतनी सफाई से अंजाम दिया गया कि 10 दिन तक पुलिस भी इसे हादसा मान रही थी। लेकिन, क्राइम सीरियल देखकर रची गई इस पूरी साजिश का खुलासा एक गलती ने कर दिया। पुलिस ने मृतका के पति, उसके दोस्त को हिरासत में ले लिया है। पुलिस की पकड़ में आते ही आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आरोपी पति का कहना है कि मुस्कान के खर्चे उससे झेले नहीं जा रहे थे। वह दिन-ब-दिन खर्चीली होती जा रही थी। उसने यह भी कहा कि मैंने सोचा था कि दृश्यम मूवी की तरह पुलिस मुझे नहीं पकड़ पाएगी। अब जानिए क्या था पूरा मामला… ग्वालियर की गार्डन सिटी के पास 13 अगस्त की शाम एक सड़क हादसा हुआ था। झांसी रोड थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक्टिवा सवार बहन-भाई को एक लोडिंग ने टक्कर मार दी है। हादसे में बहन दुर्गावती उर्फ मुस्कान (25) की मौत हो गई है। जबकि भाई संजेश घायल है। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस को घटना स्थल से सूचना देने वाला मृतका दुर्गावती का पति अजय था। उसने बताया था कि लोडिंग वाहन टक्कर मारकर भाग गया है। साथ ही बताया कि वह हाईवे पर जौरासी वाले हनुमान मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे। शुरुआती पड़ताल से लेकर पोस्टमॉर्टम में कहीं भी यह घटना सड़क हादसे से ज्यादा कुछ और नजर नहीं आ रही थी। एक गलती पड़ी भारी, हड़बड़ाहट में कार पोल से टकराई थी अजय अपनी पत्नी की मौत और साले के गंभीर घायल होने का मुख्य चश्मदीद था। पुलिस ने उसकी बात पर यकीन कर सड़क हादसे की जांच शुरू की। पता लगा कि उस दिन, उसी समय पर सड़क हादसे से कुछ आगे एक ईको स्पोर्ट्स कार बिजली के पोल से टकरा गई थी। इसके बाद पुलिस ने घटना स्थल से कुछ दूर पहले लगे एक पॉइंट के CCTV कैमरे खंगाले। वीडियो में ये सभी जाते दिख रहे हैं, लेकिन कोई लोडिंग वाहन निकलता नहीं दिख रहा। उनके पीछे वही ईको स्पोर्ट्स कार दिखी थी। इसके बाद जब अजय को बुलाकर वापस पूछताछ की गई तो उसने आशंका जताई कि, हां..कार भी हो सकती है। यहीं उसने गलती कर दी, और पुलिस को सुराग मिल गया। यहां से पुलिस ने उसकी पूरी कुंडली खंगाली और खुलासा कर दिया। मुस्कान पहला प्यार थी, लेकिन पत्नी दूसरी पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मुस्कान, अजय की दूसरी पत्नी थी। इसके बाद पुलिस ने जब दोनों के अतीत में छानबीन की तो यह कहानी निकलकर सामने आई है। साल 2017 में ग्वालियर में ही अजय और मुस्कान की एमपी पीएससी की तैयारी करते समय दोस्ती हुई थी। यहीं से दोनों में प्यार हुआ। इसके बाद कोविड पीरियड लग गया। साल 2021 में दुर्गावती उर्फ मुस्कान की उसके पिता ने शादी करा दी। अजय अकेला रह गया था। गर्लफ्रेंड की शादी होने के बाद साल 2022 में अजय ने भी शादी कर ली थी। उसकी पत्नी उसके पुश्तैनी घर बागचीनी मुरैना में रह रही है। इसके बाद इसी साल मुस्कान अपने पति से तलाक लेकर वापस आ गई। जिस पर उसकी और अजय की नजदीकियां फिर बढ़ने लगीं। अजय ने उससे साल 2023 में लव मैरिज (कोर्ट मैरिज) कर ली। वह उसके साथ साकेत नगर पड़ाव इलाके में रहने लगा। बेरोजगारी में दो पत्नियों का खर्च पड़ रहा था भारी अब अजय दो नाव में सवार था। उस पर दो पत्नियों का खर्च आ गया था। पहली पत्नी तो गांव में रहती थी इसलिए इतना खर्च नहीं था, लेकिन मुस्कान का खर्च दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा था। सप्ताह में एक दिन शॉपिंग, मूवी, डेट के चलते अजय उससे चिढ़ने लगा था। उसने ठान लिया था कि वह उसे रास्ते से हटाएगा। इसके लिए उसने काफी दिन से क्राइम इन्वेस्टिगेशन सीरियल देखना शुरू किए थे। यू-ट्यूब पर भी कई वेब सीरीज देखी थीं। फिर उसने एक परफेक्ट प्लानिंग की है। जिसमें उसने अपने दोस्तों को शामिल कर लिया। ढाई लाख रुपए में दी थी सुपारी अजय ने अपने तीन अन्य दोस्तों को पूरा प्लान समझाया। ढाई लाख रुपए में मर्डर करना तय हुआ था। इसके लिए उसके दोस्त ने एक सेकेंड हैंड ईको स्पोर्ट्स कार भी खरीदी थी। उसने हत्या को हादसा दिखाने के लिए ऐसी प्लानिंग की थी कि कोई कह ही नहीं पाए कि यह हत्या है, और ऐसा ही हुआ था। घटना स्थल पर जांच से लेकर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी मुस्कान की मौत को सड़क हादसा ही बता रही थी। गवाह के रूप में गंभीर रूप से घायल उसका भाई संजेश भी था, लेकिन मुस्कान के पति के कैरेक्टर और उलझी जिंदगी ने पुलिस के मन में शक पैदा किया। जिसके बाद यह खुलासा हो सका। कर्जा चुकाने दोस्त ने लिया मर्डर का कॉन्ट्रैक्ट पड़ताल में पता चला है कि जिस ड्राइवर ने एक्सीडेंट किया था वह अजय का दोस्त था। उस पर कुछ कर्जा था और मर्डर को हादसा दिखाने के लिए अजय ने उससे ढाई लाख रुपए में सौदा किया था। हादसे के बाद दोस्त को यह रकम ट्रांसफर भी कर दी गई थी। इस दोस्त को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। मामले का खुलासा करने के लिए TI मंगल सिंह के साथ SI प्रकाश सिंह चौहान, अवधेश सिंह कुशवाह और आशीष शर्मा के नेतृत्व में तीन टीमें जांच में लगी थीं। जिसने चार दिन में पूरे सबूत जुटा कर मामले का खुलासा किया और अब पुलिस टीमें गिरफ्तारी में लगी हुई हैं।