छतरपुर में पथराव के बाद चुनिंदा इलाकों में अघोषित कर्फ्यू:घर छोड़कर भागे लोग, बोले- जिन्होंने गलत किया उनपर हो कार्रवाई, बेनगुनाहों पर नहीं

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छतरपुर में थाने पर पथराव की घटना के दो दिन बाद दो तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। किसी इलाके में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है तो कहीं इस घटना का कोई असर नहीं है। इन दो तस्वीरों के बीच एक तस्वीर कॉमन है, सड़क, बाजार, धार्मिक स्थल पर पुलिस के जवानों की गश्त। 23 अगस्त को शुक्रवार होने से पुलिस और प्रशासन ज्यादा सतर्क रहा। दैनिक भास्कर छतरपुर के दोनों एरिया में पहुंचा। जहां अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति है वहां लोग डरे हुए हैं। वे कहते हैं कि जिन लोगों ने गलत किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए, बेगुनाहों के खिलाफ प्रशासन एक्शन न लें। वहीं जिस इलाके में चहल पहल है वहां के लोग कहते हैं कि प्रशासन अपने स्तर पर कार्रवाई कर रहा है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि जो इस पूरी घटना के दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। निर्दोषों को डरने की जरूरत नहीं है। पढ़िए रिपोर्ट पहले जानिए अघोषित कर्फ्यू वाले इलाके की स्थिति छतरपुर के जिस इलाके में अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति है उसे रानी तलैया का इलाका कहते हैं। ये मुस्लिम बाहुल इलाका है। इसी इलाके से पुलिस ने पथराव की घटना के आरोपियों को पकड़ा है। इलाके के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। भास्कर की टीम जब इस इलाके की रहवासी बस्तियों में पहुंची तो गलियां सूनी थीं। कई मकानों पर बाहर से ताला लगा था। कुछ लोगों ने डर की वजह से भीतर से ताला लगाया हुआ था। बच्चे अपने घर के चैनल गेट से तो महिलाएं खिड़कियों से बाहर झांकती हुई नजर आईं। जैसे ही पुलिस की सायरन बजाती गाड़ी गुजरती सभी लोग अपने घर में चले जाते। महिलाओं ने कहा- बच्चे भी डरे हुए हैं, स्कूल तक नहीं गए पूरा इलाका घूमने के दौरान सड़क पर इक्का दुक्का लोग ही नजर आए। ज्यादातर लोगों ने बात करने से इनकार कर दिया। घर से झांक रही महिलाओं से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके पति घर में नहीं है। पूछा कहां गए हैं तो बोलीं- डर के चलते कहीं और चले गए हैं। महिलाओं से पूछा कि किस बात का डर तो बोलीं- पुलिस वालों ने 150 अज्ञात लोगों पर एफआईआर की है, कहीं उसमें नाम शामिल न कर लें। एक महिला ने कहा कि पुलिस ने कई ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जो असल में गुनहगार नहीं थे। इसी इलाके में रहने वाली एक महिला से पूछा कि घर के भीतर से ताला क्यों लगा रखा है? तो उन्होंने कहा ताकि कोई जबरदस्ती घर में दाखिल न हो। हमारे बच्चे तक डरे हुए हैं। इसी डर के चलते वे स्कूल तक नहीं गए। महिला ने बताया कि गुरुवार को जब हमने बच्चों को स्कूल भेजा तो यहां बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हो गई। पुलिस ऐलान कर रही थी कि कोई घर से बाहर नहीं निकलेगा, वरना सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम घरों से बाहर ही नहीं निकले। पुरुष बोले- जिन्होंने गलत किया उन पर कार्रवाई हो, बेगुनाहों पर नहीं इसी इलाके में रहने वाले अब्दुल खान (बदला हुआ नाम) ने कहा- सबसे पहले तो आप मेरा चेहरा नहीं दिखाइएगा, नहीं तो पता नहीं रात में मेरे साथ क्या हो। हम डरे हुए हैं। पूरी घटना के बाद से हमारे बच्चे तक इतने डरे हुए हैं कि वो स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं। हम सच्चाई के साथ हैं। जिसने गलत किया हो उसे सजा मिले, लेकिन बेगुनाहों को परेशान ना किया जाए। पूरे इलाके के बच्चों, महिलाओं और कई बेगुनाह युवाओं ने क्या बिगाड़ा है जो घर से भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं एक और शख्स ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि लोग डरे हुए हैं। पुलिस लगातार इलाके में गश्त कर रही है। हमने ऐसा देखा है कि कई लोग ऐसे थे जो गुनहगार नहीं थे लेकिन पुलिस उनको आधी रात को उठा ले गई। इसलिए डर का माहौल ज्यादा बना हुआ है। अब जानिए चहल पहल वाले इलाके की स्थिति इस एक इलाके को छोड़कर बाकी शहर में चहल पहल है। विशेष समुदाय की दुकानों को छोड़कर बाजार की 70 फीसदी दुकानें खुली है। हालांकि जिन्होंने दुकानें खोली है वे भी डरे हुए हैं। एक दुकानदार ने बताया कि पुलिस भले ही चप्पे चप्पे पर तैनात है लेकिन एक अनजाना डर सभी के मन में है। हालांकि, पूरे शहर में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी गश्त कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटा है। भास्कर ने छतरपुर एसपी अगम जैन से पूछा कि लोग डरे हुए हैं तो उन्होंने कहा कि किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। हम दोषियों को किसी भी हालात में नहीं छोड़ेंगे, उन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। जो निर्दोष हैं उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। वे बाजार जा सकते हैं। निडर होकर रहें। बच्चे स्कूल पढ़ने जाएं। हम पूरे शहर की व्यवस्था को सुचारु तौर पर चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अब जानिए दो दिन का पूरा घटनाक्रम 21 अगस्त 2024: शाम 7 बजे, मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग सिटी कोतवाली के सामने ज्ञापने देने इकट्ठा हुए। इसी बीच भीड़ ने थाने पर हमला कर दिया। इसमें टीआई समेत कई पुलिस वाले घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। 22 अगस्त 2024: पुलिस ने 46 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की, 150 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया। इनमें से 30 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कोतवाली से कोर्ट तक इनका जुलूस निकाला। 22 अगस्त 2024: पथराव की घटना के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली की 20 हजार स्क्वायर फीट में बनी तीन मंजिला हवेली को पुलिस ने जमींदोज कर दिया। प्रशासन के मुताबिक ये हवेली अवैध तरीके से बनाई गई थी। 23 अगस्त 2024: जुमे के दिन चहल-पहल वाले रानी तलैया इलाके में सन्नाटा पसरा रहा। यहां स्थित दोनों मस्जिदों के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस लगातार इलाके की गश्त करती रही। वीडियो जारी कर बोला आरोपी- ये घटना किसी की साजिश पथराव के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर सफाई दी। शहजाद ने इस घटना को साजिश बताते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। शहजाद ने वीडियो में कहा-‘किसी और ने इस घटना को अंजाम दिया है। हम लोगों की टीआई और बाकी अधिकारियों से शांतिपूर्वक बातचीत हो रही थी। इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की। पुलिस के कहने पर मैंने लोगों को रोका। मुझे भी पत्थर लगे। दोनों तरफ से पथराव हुआ। पुलिस ने भी पत्थर चलाए। माहौल बिगड़ता देख मैं वहां से निकल गया। वीडियो में हाजी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के पास सच्चाई नहीं पहुंची। मेरे बारे में पुलिस प्रशासन को गुमराह किया गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने ये घटना कराई है। इसकी निष्पक्ष जांच होना चाहिए। मैं सीएम से भी इसकी जांच कराने की मांग करता हूं। जो इसमें उपद्रवी हैं वो अपने आप मिल जाएंगे। जो लोग वहां गए थे वो उपद्रवी नहीं थे। ये खबर भी पढ़े… छतरपुर की घटना पर राजनीति: धीरेन्द्र शास्त्री बोले-गलत करोगे..तो छत से जुदा घर हो जाएगा छतरपुर में थाने पर पथराव और फिर इस घटना के आरोपियों पर हो रही कार्रवाई को लेकर राजनीति भी हो रही है। इस मामले में अब बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की एंट्री हो गई है। धीरेन्द्र शास्त्री ने इस घटना को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा- भारत को भारत ही रहने दीजिए इसे बांग्लादेश और श्रीलंका बनाने की कोशिश मत कीजिए। भारत राम का राष्ट्र है, शांति का राष्ट्र है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें