कुबेरेश्वरधाम पर मनाया गया भगवान श्रीराम-श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव:सैकड़ों की संख्या में आए श्रद्धालुओं को किया प्रसादी का वितरण

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भगवान राम और कृष्ण जैसे व्यक्तित्व के लिए बच्चों को उसी तरह के संस्कार देने होंगे और यह कार्य माताओं को करना होगा। मनुष्य के जीवन में मां, महात्मा और परमात्मा का विशेष स्थान होता है। ये विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर और कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन पंडित शिवम मिश्रा ने कहे। कथा के दौरान कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने यहां पर जारी कथा के दौरान मधुर भजनों की प्रस्तुति दी। विठलेश सेवा समिति की ओर से पंडित दीपक मिश्रा, पंडित विनय मिश्रा, पंडित समीर शुक्ला, जितेन्द्र तिवारी, मनोज दीक्षित मामा, कथा के यजमान आकाश शर्मा, महेन्द्र शर्मा, मंत्री परिवार, यश अग्रवाल, भूपेन्द्र शर्मा, अभिषेक शर्मा आदि ने आरती की। श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्रीराम और श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। इसमें श्रद्धालु जमकर थिरके। भगवान श्री कृष्ण के जयकारों और नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की जय से गूंजायमान हो उठा। पंडित श्री मिश्रा ने शनिवार को भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन कर धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब कंस ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी तो प्रभु श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। यहां पर जैसे ही श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग कथा में आया तो श्रद्धालु हरे राधा-कृष्ण के उद्घोष के साथ नृत्य करने लगे।