50 से ज्यादा पटवारियों को जारी किए गए थे नोटिस राजस्व मामलों में लापरवाही बरतने पर तीन दिन पहले कलेक्टर ने कोलार की एक पटवारी प्रीति गुप्ता को सस्पेंड कर दिया था। साथ ही 50 से ज्यादा पटवारियों को नोटिस जारी किए हैं। उसके बाद सभी पटवारी दूसरे काम छोड़ दिन-रात ऑफिस में डट गए। नतीजा ये कि एक दिन में ही नक्शे के 6 हजार और केवाईसी के 3 हजार मामले निपट गए। अभी भी नक्शे के 1.70 लाख और ई-केवाईसी के 2.87 लाख मामले अटके हुए हैं। इनको निपटाने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 31 अगस्त तक महाअभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद भी पटवारी से लेकर आरआई तक इसमें रुचि नहीं ले रहे थे। पेडिंग मामलों की बढ़ती संख्या को देख गुरुवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सभी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। उन्होंने कहा था कि एसडीएम को यह काम कराना होगा। काम नहीं करने वाले पटवारी, आरआई और तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करें। इसके बाद भी काम नहीं होता है, तो 7 दिन बाद एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर का कहना है कि सभी को पेडिंग मामलों को गंभीरता से हल करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।