110 से बढ़कर 130 किमी/घंटा होगी रफ्तार भोपाल सहित रेल मंडल से गुजरने वाली 110 ट्रेनों की स्पीड अब जल्द बढ़ सकेगी। वर्तमान में भोपाल मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 110 है। यह अब 130 तक पहुंच जाएगी। इसकी वजह भोपाल सहित रेल मंडल में इंस्टॉल किए गए 45 रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम हैं। इस तरह पश्चिम-मध्य रेल जोन के भोपाल सहित तीनों रेल मंडलों में अब तक 135 स्टेशनों पर इंटरलॉकिंग सिस्टम इंस्टॉल कर दिए गए हैं। इनके लगने के बाद सिग्नलिंग सिस्टम तेजी से अपडेट किया जाने लगा है। अक्टूबर के महीने से रेल मंडल के अधिकतर सेक्शनों में यात्री ट्रेनों की औसत स्पीड 130 किमी प्रति घंटे पर पहुंच जाएगी। वर्तमान में यह स्पीड 110 किमी प्रति घंटे है। पश्चिम-मध्य रेल जोन की जीएम शोभना बंदोपाध्याय के निर्देश पर सिग्नलिंग सिस्टम का लगातार अपग्रेडेशन किया जा रहा है। ट्रेनों की आवाजाही पर अब सटीक नियंत्रण नई प्रकार की इंटरलॉकिंग प्रणाली को अलग-अलग रेल सेक्शनों में लगाई जाने के साथ ही पुरानी इंटरलॉकिंग प्रणाली को भी बदला जा रहा है। ट्रेन संचालन में डिजिटलीकरण और आधुनिकीकरण के साथ सुरक्षा बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि ट्रेन की आवाजाही पर सटीक नियंत्रण किया जा सकता है और मानवीय त्रुटि की संभावना न के बराबर हो जाएगी। सभी इलेक्ट्रिक सिग्नलिंग सिस्टम को नए कंप्यूटर आधारित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से बदला जा रहा है।