CISF की तरह MP हॉस्पिटल सिक्योरिटी फोर्स बने:डॉक्टरों ने सरकार से की मांग;हेल्थ मिनिस्टर बोले-सरकार विचार करेगी

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कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले पर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। एमपी के डॉक्टरों ने CISF (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स) की तरह एमपी में अलग से हॉस्पिटल सिक्योरिटी फोर्स बनाने की मांग की है। मप्र मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने एमपी सरकार को पत्र लिखा है। डॉक्टरों की मांग पर मप्र के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री ने भी विचार करने की बात कही है। मप्र शासकीय स्वशासी चिकित्सक संघ के मुख्य संयोजक डॉ राकेश मालवीय का कहना है कि कोलकाता की घटना ने केवल एक राज्य नहीं, बल्कि पूरे भारत देश और दुनिया भर को सोचने पर मजबूर कर दिया है। अस्पतालों में मरीजों की जान बचाने के लिए चिकित्सक अपने परिवार को छोड़कर अपनी जान दांव पर लगाकर दिन रात इलाज करता है। ऐसे में अब जरूरत है कि अस्पतालों के लिए एक डेडिकेटेड सिक्योरिटी फोर्स का गठन किया जाए। डॉ मालवीय ने कहा- चूंकि, अभी अस्पतालों में जो निजी सुरक्षा एजेंसियों के कर्मचारी सुरक्षा का जिम्मा संभालते हैं। जिन एजेंसियों को सरकार हर महीने लाखों, करोड़ों का भुगतान करती है। उनके कर्मचारी इतने सक्षम नहीं होते कि अस्पताल में जब कोई बड़ा विवाद या घटना हो तो वे उसे संभाल सकें। उन कर्मचारियों का वेतन भी बहुत कम होता है ऐसे में जब खुद की जान का जोखिम हो तो कम पैसों में नौकरी करने वाला निजी कंपनी का कर्मचारी भाग खड़ा होता है। सरकार यदि चाहती है कि डॉक्टर सुरक्षित रहें तो औद्योगिक सुरक्षा बल की तरह हॉस्पिटल सिक्योरिटी फोर्स का गठन करना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री बोले-सुझाव अच्छा, सरकार विचार करेगी मप्र के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा- कोलकाता में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। डॉक्टर 24 घंटे देश की जनता की सेवा में तत्पर रहते हैं। ऐसी जघन्य घटना होना पूरे सभ्य समाज के लिए चिंता का विषय है। मप्र का स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ सहित सभी कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति सजग है। विभिन्न निर्देश विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेजों से लेकर जिला अस्पतालों सहित छोटी इकाईयों के लिए जारी किए गए हैं। डॉक्टरों द्वारा अस्पतालों के लिए अलग से सिक्योरिटी फोर्स गठन की मांग पर मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा- अच्छा सुझाव है इस सुझाव पर सरकार विचार करेगी। अभी जो सुरक्षा व्यवस्था है वो सुद्ढ है। कई बार ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो जाती हैं वो विचार करने पर विवश करती हैं। डॉक्टरों की मांग को हम सहानुभूति पूर्वक विचार करेंगे, और मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में सतर्क और सजग हैं।