सैनिक सम्मान के साथ जवानों की हुई अंत्येष्टि:रेस्क्यू के समय क्वांरी नदी में डूबे थे जवान, गांव का गमगीन हुआ माहौल

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भिंड के कचौंगरा गांव के नजदीक क्वांरी नदी में गांव के युवक का रेस्क्यू करते हुए SDERF दो जवान डूब गए थे। गुरुवार की शाम को 24 घंटे बाद दोनों जवानों के शव तलाश पूरी कर ली गई थी। इसके बाद दोनों जवानों के शव का पोस्टमार्टम करते हुए शुक्रवार की सुबह परिवार जनों को सौंप दिया है। दोनों ही जवानों के शव का अंतिम संस्कार सैनिक सम्मान के साथ कराया गया है। शुक्रवार की सुबह करीब 10:00 बजे दोनों ही जवानों का पीएम के बाद शव को परिजनों को सौंप जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। यहां दोनों ही परिवार जिन्होंने बॉडी लेने से इनकार कर दिया दोनों ही जवानों के परिजनों का कहना था कि शासन से मिलने वाली सहायता राशि व नौकरी के बारे में लिखित आश्वासन दिया जाए। इसके साथ सैनिक सम्मान किया साथ अंत्येष्टि कराई जाए। परिजनों का यह आक्रोश देखकर मौके पर भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव पहुंचे जिला अस्पताल परिसर में सिविल सर्जन के ऑफिस के अंदर सैनिकों की परिजनों के साथ भिंड कलेक्टर ने चर्चा की और उनकी मांगों के बारे में किया। इसके बाद परिवारजन बॉडी लेने के लिए राजी हुए है। हरिदास का शव देख बिलख उठे ग्रामीण रेस्क्यू के दौरान शहीद हुए हरिदास सिंह चौहान दोपहर के समय पैतृक गांव बॉडी को ले जाएगा गया। यहां बॉडी पहुंचते ही गांव वालों की आंखें नम हो गई चारों ओर गमगीन महल देखने को मिला। लोगों के जवान पर हरिदास के बारे में चर्चा सुनने को मिली। कुछ पुराने मित्र अपने बचपन की यादों के साथ बैठकर हरदास को याद कर रहे थे तो कुछ बड़े बुजुर्ग रक्षाबंधन के त्योहार पर हरिदास को लेकर चर्चा करते हुए देखे। इसी गमगीन माहौल के बीच हरिदास के 6 वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि दी जिसे देखकर हर किसी के आंखें नम हो गई। 2 साल के मासूम ने पिता को दी मुखाग्नि इधर उमरी के खरिका गांव में शहीद प्रवीण सिंह कुशवाहा के शव को ले जाया गया। प्रवीण का शव घर पर पहुंचते ही परिजन बिलाप करने लगे। लोगों के बीच रेस्क्यू के दौरान होने वाली प्रशासनिक गलती की चर्चा जोरों पर सुनने को मिली। जैसे ही बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया और 2 वर्ष के मासूम ने पिता के मुखाग्नि दी तभी लोगों की आंखें नम हो उठी। लोगों की आंखों से आंसू झलक उठे। सैनिक सम्मान के साथ की गई अंत्येष्टि दोनों जवानों को अंतिम सलामी देने के लिए सैनिकों की टुकड़ी खरिका और किटी गांव में अलग-अलग पहुंची। दोनों ही जवानों को अंतिम संस्कार के समय सैनिक सम्मान के साथ सलामी दी गई इसके साथी होमगार्ड व एसडीआरएफ के सीनियर अफसरों ने शोकाकुल परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद दिए जाने का भी आश्वासन दिया।