विक्रम यूनिवर्सिटी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजेश सिरोलिया की मौत के मामले में परिजनों ने हत्या की अंदेशा जताते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर आईजी, एसपी के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बयान भी नही लिए और ना ही पीएम रिपोर्ट दिखाई है। कई बातें बताने के बाद भी पुलिस इसे साधारण मृत्यु दिखाकर मामले को बंद करना चाहती है। मृतक राजेश के पिता मानसिंह सिरोलिया ने बताया कि 5 अगस्त को इस्कॉन मंदिर चौराहा देवास रोड पर पुत्र राजेश सिरोलिया की लाश पड़ी मिली थी। घटना के बाद माधवनगर पुलिस को हत्या होने के सबूत की जानकारी दी गयी थी। आज तक पुलिस ने ना तो घटना स्थल के पहुंच मार्ग की सीसीटीवी फूटेज की जानकारी एकत्रित की और न ही कोई पूछताछ की। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा संतोषजनक न्यायोचित कार्यवाही नही की गयी और ना ही गम्भीरता से मामले की जांच की गयी है। मृतक के पिता मानसिंह ने बताया कि राजेश सफेद वाली शराब पीता था पर उसके शव के पास लाल वाली शराब के क्वाटर पैक मिले, सभी सामग्री व्यवस्थित तरीके से जमी हुई मिली। राजेश के शरीर पर नाखून के निशान और चेहरे पर चोट के निशान तथा गले पर दायीं तरफ पतली रस्सी से गला दबाने के गहरे निशान थे, गले के बाई तरफ अंगूठे से दबाने के निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे थे जो की हत्या को प्रमाणित करते है। मामले में माधव नगर थाने के टीआई राकेश भारती ने बताया कि स्मार्ट सिटी के कैमरे चेक किए थे उनमे मृतक अकेला जाते हुए दिखाई दिया है। जांच अभी भी चल रही है। एटीएम व बैंक की पासबुक भी नही मिले मृतक राजेश को वेतन मिला था जिसके लिए वह 4 अगस्त को एटीएम और यूको बैंक की पास बुक उसके पास थी, किन्तु उसके शव के पास एटीएम और यूको बैंक की पास बुक नहीं मिली। राजेश ने विक्रम विश्वविद्यालय में ब्याज का धंधा करने वाले लोगों से रूपए उधार लिए थे, जो उससे वेतन मिलने की तारीख पर वसूलते थे जिसके लिए वह हमेशा परेशान रहता था। मृतक के बैंक अकाउंट की जांच की जाए तथा विक्रम विश्वविद्यालय के ब्याज खोरों से पूछताछ की जाए तो घटना का कारण एवं अपराध की वास्तविकता सामने आ जाएगी। 4 अगस्त को मृतक के साथ हुआ था विवाद मानसिंह सिरोलिया ने बताया कि जानकारी मिली कि 4 अगस्त की रात्री 11 बजे ऋषि नगर पेट्रोल पम्प के सामने शनि मंदिर के पास 3 व्यक्तियों द्वारा राजेश के साथ झगडा कर हाथापाई की थी। जांच अधिकारी को उक्त समस्त जानकारी दी जा चुकी है, किन्तु पुलिस द्वारा आज तक मामले को गम्भीरता से जांच नही की जा रही। विवाद की घटना को वहां लगे सीसीटीवी फूटेज से देखा जा सकता है।