भोपाल साइबर क्राइम पुलिस की कार्रवाई:विदेश में बैठकर भोपाल में ठगे 9.35 लाख रुपए, रकम ट्रांसफर कराने के लिए खाता मुहैया करवाने वाले 3 युवक गिरफ्तार

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नामी कंपनियों से मिलते जुलते नाम से मैसेज भेजकर करते हैं ठगी साइबर अपराधियों को ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए करंट अकाउंट मुहैया करवाने वाले तीन आरोपियों को भोपाल साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस विदेश में बैठे गिरोह के सरगनाओं तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस को जो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) मिला है, वो थाइलैंड का शो हो रहा है। हालांकि, पुलिस का अंदाजा है कि ये वीपीएन फर्जी है। ये गिरोह नामी बड़ी कंपनियों के मिलते-जुलते नाम से मैसेज भेजकर शेयर मार्केट में निवेश पर ज्यादा मुनाफा दिलाने के नाम पर ठगी करता है।
पुलिस ने बताया कि इस ठगी के संबंध में कोहेफिजा निवासी मोहम्मद जैनुल ने लिखित शिकायत की थी। बताया था कि करन बिरला नाम से एक अंजान व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर संपर्क किया था। उसने पीएमएचडीएफसी नाम के एप्लीकेशन के जरिए शेयर मार्केट में सहज सोलर नाम की कंपनी में 9.35 लाख रुपए निवेश करवाए। ये रकम अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करवाई गई थी। तकनीकी जांच के बाद पुलिस ने महाराष्ट्र के भुसावल में दबिश देकर गिरोह को खाते बेचने वाले तीन आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपियों में जलगांव निवासी आकाश चनाडे, अनिकेत दत्तात्रेय और भुसावल निवासी ऋषिकेश प्रवीण बावस्कर शामिल हैं। एक-दो लाख रुपए में बेचते हैं करंट अकाउंट पकड़े गए तीनों आरोपी आईटीआई कर चुके हैं। अपने अनाब-शनाब खर्च चलाने के लिए तीनों अपने नाम से करंट अकाउंट खुलवाकर इस गिरोह को बेच देते हैं। हर खाते के एवज में आरोपी एक-दो लाख रुपए तक लेते थे। टीम ने उनके कब्जे से 3 मोबाइल फोन, 5 सिम कार्ड जब्त किए हैं। पुलिस को उनके अन्य साथियों की तलाश है। थाइलैंड और उसके आसपास बैठे हैं सरगना
पुलिस को तकनीकी जांच में पता चला है कि भारतीयों को मैसेज भेजकर उनसे चैटिंग करने का काम विदेश से किया जा रहा है। फिलहाल पुलिस को जो वीपीएन मिला है, वह थाइलैंड और उसके आसपास का शो हो रहा है। ये गिरोह शेयर मार्केट में बड़ी कंपनियों के नाम से निवेश करने पर कम समय में ज्यादा मुनाफा दिलाने का झांसा देता है। बड़ी कंपनियों से मिलते-जुलते नाम की एप्लीकेशन बनाकर ये ठगी की जाती है। पहली बार में निवेशक को मुनाफा दिया जाता है, लेकिन बड़ी रकम ट्रांसफर करवाने के बाद रकम नहीं लौटाई जाती है। ठगी हो तो यहां करें शिकायत: साइबर क्राइम होने पर भोपाल साइबर क्राइम के हेल्पलाइन नंबर 9479990636 या नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें। ऑनलाइन झूला बेचने में गंवा दिए 45 हजार रुपए ओएलएक्स पर सामान बेचने के दौरान युवक से साइबर ठगी का मामला सामने आया है। युवक ने झूला बेचने का विज्ञापन डाला था, जिसे खरीदने के लिए पहले ठग ने मैसेज किया और फिर उसके अकाउंट से 45 हजार रुपए निकाल लिए। साइबर क्राइम सेल के अनुसार स्वपनिल महाजन ने ओएलएक्स पर झूला बेचने के लिए विज्ञापन डाला था। इस दौरान स्वपनिल के पास वेबसाइट पर ठग का मैसेज आया। दोनों की फोन पर बात हुई, जिसमें झूला बेचने की डील पक्की हुई। स्वपनिल ने ठग से यूपीआइ आइडी पर पैसे भेजने की रिक्वेस्ट भेजी। लेकिन अकांउट में पैसे नहीं आए, बल्कि स्वपनिल के एकाउंट से 45 हजार रुपए कट गए।