राजस्‍व अभियान की समीक्षा, कमिश्नर ने किया निरीक्षण:बोले- हल्के में जाकर मोबाइल कोर्ट लगाएं, प्रकरण का निराकरण करें; सचिव निलंबित

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राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण को लेकर चलाए जा रहे महा अभियान की समीक्षा करने के लिए एक दिवसीय दौरे पर इंदौर कमिश्नर दीपक सिंह धार पहुंचे। दौरे की शुरुआत में अधिकारियों की बैठक कमिश्नरर सिंह ने कलेक्‍टर कार्यालय में ली व विभिन्न राजस्व न्यायालयों का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। समीक्षा बैठक के दौरान संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि तहसीलदार, नायब तहसीलदार पटवारी हल्के में जाकर मोबाइल कोर्ट लगाएँ। मौके पर ही सब जांच रिपोर्ट बुलवा कर प्रकरण का निराकरण कराए। जब केंप से लौटें तो कुछ उपलब्धियां साथ हो। प्रयास होना चाहिए कि राजस्व मामलों को प्रो एक्टिव दर्ज किया जाए। एसडीएम को निर्देश दिए कि राजस्व महा अभियान का प्रतिदिन रिव्यू करें। यदि कोई प्रॉब्लम नहीं है और पड़ोस के टप्पे में आप लोगों से ज़्यादा डिस्पोजल हो रहें हैं, तो संबंधित नायब तहसीलदार तहसीलदार से जवाब तलब किया जाएगा। राजस्व अधिकारी आपस में चर्चा करें। जिनका डिस्पोजल अच्छा है वो अपनाई प्रक्रिया से सभी को अवगत कराएँ। संभागायुक्त ने नए केस रजिस्ट्रेशन के लिए किए प्रयास के बारे में जानकारी ली। यह भी देखें की सेम साइज की तहसील में दर्ज प्रकरणों में ज़्यादा अंतर तो नहीं। प्राथमिकता से करें क्रियान्‍वयन बैठक में कमिश्‍नर सिंह ने केस डिस्पोजल में प्राप्त उपलब्धि पर ज़िले के राजस्व अधिकारियों की प्रशंसा भी की। राजस्व महा अभियान का प्राथमिकता के साथ प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जाए। अभियान के लक्ष्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा करें। पुराने लंबित राजस्व प्रकरण प्राथमिकता के साथ निराकरण किया जाए। राजस्व अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र का नियमित रूप से भ्रमण करें तथा ग्रामीणों से सीधा संवाद स्थापित कर राजस्व प्रकरणों के निराकरण के संबंध में चर्चा करें। राजस्व संबंधी उनकी समस्याएं सुनकर मौके पर ही निराकरण भी करें। संभागायुक्त ने डायवर्सन टैक्स की वसूली की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि इस पर भी विशेष ध्यान देवें। बैठक में समग्र ई केवाईसी, नक्शा तरमीम, अविवादित नामांतरण और अविवादित बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती, स्वामित्व योजना आदि की प्रगति की समीक्षा भी की। आदर्श गांव हो रहे तैयार बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने राजस्व महा अभियान की प्रगति की जानकारी दी। कलेक्टर श्री मिश्रा ने बताया कि हर तहसील में एक आदर्श गाँव तैयार कर रहे हैं जिसमें राजस्व मामले की कोई पेंडेंसी नहीं होगी। इस बात की लगातार समीक्षा की जा रही है कि प्रकरण के निपटारे में समुचित प्रक्रिया अपनाई जा रही है या नहीं। वहीं रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की जानकारी दी। कहा कि मछलिया घाट बन गया है गणेश घाट का काम चालू है। पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क में भी कार्य चालू है। जिले में राजस्व वसूली के लिए ब्रिस्क और क्रिस्क में अच्छा काम हुआ है। न्यायालयों का किया निरीक्षण बैठक के पश्चात संभागायुक्त श्री सिंह ने विभिन्न राजस्व न्यायालयों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कलेक्टर, अपर कलेक्टर, अनुविभागीय राजस्व और तहसीलदार न्यायालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने उक्त न्यायालयों में दायरा पंजी को देखा। उसमें पंजीकृत प्रकरणों के निराकरण की जानकारी प्राप्त की। आरसीएमएस पोर्टल के माध्यम से निराकरण किये जा रहे प्रकरणों के संबंध में भी जानकारी ली। अभियान के तहत पुराने लंबित प्रकरणों के निराकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए और प्राथमिकता से उन्हें निराकृत करें। रिकॉर्ड रूम का भी निरीक्षण संभागायुक्त श्री सिंह ने कलेक्टर कार्यालय में स्थित रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण भी किया। रिकॉर्ड रूम की विभिन्न व्यवस्थाओं को देखा और रिकॉर्ड के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि रिकॉर्ड रूम को और अधिक बेहतर तथा सुरक्षित बनाया जाए।इस अवसर पर अपर कलेक्टर अश्विनी कुमार रावत सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। सचिव निलंबित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सविता झानिया ने जनपद पंचायत नालछा की ग्राम पंचायत बेडवापुरा के सचिव बद्रीलाल औसारी को अपने पदीय कर्तव्यों में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किये जाने का आदेश जारी किया है। सचिव को निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन भत्ते की पात्रता होगी। इनके निलंबन उपरान्त ग्राम पंचायत बेडवापुरा का अतिरिक्त प्रभार ग्राम पंचायत बकानखेडा के सचिव अखिलेश मुकाती को आगामी आदेश पर्यन्त तक सौंपा गया है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।