इंदौर के जाम गेट के पास कार पलटने से कॉलेज स्टूडेंट यग्नेश उपाध्याय (देवास) और छात्रा समृद्धि अशोक देव (बदनावर-धार) की मौत हो गई थी। हादसे में दोस्त अनुज जैन, रिवम नाहर, रितेश, हर्षिता शर्मा और शुभ गंगराड़े घायल हो गए जिनका इलाज चल रहा है। घटना वाले दिन समृद्धि के जन्मदिन पर सनराइज देखने निकले थे, तब हादसा हुआ। इस पूरे घटनाक्रम को आंखों से देखने वाली, चीख-पुकार सुनने वाली और लहुलूहान दोस्तों को ग्रामीणों की मदद से बाहर लाने वाली छात्रा हर्षिता शर्मा (19) सदमे में चली गई है। यह वही छात्रा है जो कार पलटते ही पिछला गेट खुलने पर दूर फिंका गई थी। अंधेरे में जैसे-तैसे खाई से चढ़कर सड़क पर आई और आ-जा रहे लोगों को मदद के लिए रोका। तब तक यग्नेश और समृद्धि की मौके पर मौत हो गई थी। लेकिन हर्षिता के हिम्मत दिखाने से आए ग्रामीणों ने बचे हुए दोस्तों को निकाला और सबको अस्पताल पहुंचाया। अब सभी की हालत स्थिर लेकिन खतरे से बाहर बताई गई है। मौके से ही हर्षिता ने एक-एक परिवार को फोन करके घटना की जानकारी भी दी थी। हादसे से हर्षिता के कंधे में भी फ्रेक्चर है। परिवार उसकी मानसिक हालत को देखते हुए धार या इंदौर के बजाय देवास में प्राइवेट अस्पताल में ले आया है। यहां उसे अलग रूम में रखा है। यहां सिर्फ डॉक्टरों को मिलने की अनुमति है। परिवार चाहता है कि यदि उसे बार-बार हादसा और सहेली याद आएगी तो हालत और बिगड़ सकती है। वह हमारी इकलौती बेटी है। उसे बाहर का कुछ पता नहीं चल सके इसलिए अभी तक हादसे के बाद से अभी तक एक बार भी मोबाइल नहीं दिया है अस्पताल में पिता से बार-बार पूछ रही- समृद्धि दीदी कहां है, उन्हें बुलवा दो.. पिता का कहना है कि हर्षिता बार-बार अपनी बचपन की सहेली समृद्धि देव (20) के बारे में पूछ रही है। उससे अभी जानकारी नहीं दी गई है कि समृद्धि इस दुनिया में नहीं रही। पिता कहते हैं कि ‘अभी बात करा देंगे, हम देवास में है, समृद्धि और दूसरे दोस्त इंदौर में है।’ दरअसल, हर्षिता और समृद्धि देव (अब मृत) बचपन की सहेलियां रही हैं। नर्सरी से बाहरवीं तक बदनावर में साथ पढ़ीं। इसके बाद दोनों इंदौर शिफ्ट हुईं। यहां दोनों के अलग-अलग विषय, काॅलेज हो गए। हर्षिता को देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के होस्टल में रहकर पढ़ रही थी। समृद्धि अलग रहकर सिम्बोसिस में पढ़ रही थीं। घटना वाली सुबह समृद्धि के जन्मदिन के कारण ही हर्षिता उसके दोस्तों के साथ कार से गई थी। रात में ‘गुड नाइट’ कहा, सुबह हादसे की खबर आ गई हर्षिता के पिता पंकज और फुफा हेमंत कानूनगो (देवास) ने बताया 20 अगस्त की रात हर्षिता ने पिता पंकज शर्मा से रात 11.30 बजे बात की थी। तब होस्टल में ही थी और गुड नाइट कहा। फिर वह सहेली समृद्धि के जन्म दिन में कब दोस्तों के साथ चली गई, किसी को नहीं पता। पता चला कि सनराइज देखने का प्लान बना तो सुबह सुबह कार से रवाना हुए होंगे। हादसे के बाद 21 अगस्त की सुबह 5 से 6 बजे के बीच हर्षिता ने पिता को फोन किया। बदहवास थीं और कह रही थी कि पापा, जाम गेट के पास एक्सीडेंट हो गया है। इसके बाद पापा के कहने पर वीडियो कॉल कर मौके के हालात बताए। पिता दंग रह गए कि बेटी तो होस्टल में थी, अचानक जाम गेट कब पहुंच गई और हादसा कैसे हो गया। हालांकि, उन्होंने हिम्मत बंधाई। अंधेरा और घाट होने से कार वाले नहीं रुक रहे थे परिवार ने बताया हादसे के बाद घटनास्थल पर इकलौती हर्षिता ही होश में थी और चल-फिर पा रही थी। उसके पास मोबाइल भी था। वह मोबाइल टार्च दिखाकर आ-जा रही गाड़ियों को रोकने की कोशिश करती रहीं। अंधेरा और घाट होने के कारण मददगार भी नहीं रुक रहे थे। फिर कुछ लोग रुके और मदद की। तब हर्षिता ने पिता समेत सभी दोस्तों के घरवालों को फोन कर हादसे की जानकारी दी। अब देखिए हादसे के बाद हर्षिता की हिम्मत बताती है… दोनों मृतक गेट वाली साइड बैठे थे हादसे के बारे पता चला है कि 5 सीटर SUV गाड़ी में सात दोस्त बैठे थे। कार रितेश चला रहा था जिसके साथ आगे की सीट पर यग्नेश उपाध्याय बैठा था। यग्नेश की ठीक पीछे बाएं गेट वाली साइड में समृद्धि देव बैठी थी। हर्षिता ड्राइव कर रहे रितेश के ठीक पीछे दाएं वाली गेट की सीट पर थी। कार जानवर सामने आने पर ड्राइव कर रहे रितेश की तरफ पलटी। इससे दूसरी तरफ बैठे यग्नेश और समृद्धि दूसरी दिशा में गिरे जबकि हर्षिता सबसे पहले बाहर फिंका गई थी। मृत छात्र यग्नेश का 8 दिन पहले भी एक्सीडेंट हुआ था हादसे में हर्षिता के दोस्त यग्नेश उपाध्याय देवास की मौत हो गई थी। वह देवास के बीजेपी जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल का मुंह बोला भांजा था। परिजनों के अनुसार 8 दिन पहले भी देवास में उसका एक्सीडेंट हुआ था। तब वो बाइक पर था और कोई जानवर ही गाड़ी के आगे आया था। यग्नेश परिवार का इकलौता बेटा था। पिता का उन्हेल में स्कूल है। मां पल्लवी एबीवीपी की कार्यकर्ता रही है। मां से कहा था कि दोस्त का जन्मदिन मनाने जा रहा हूं। अनुज को भी नहीं दी समृद्धि की डेथ की जानकारी एक अन्य घायल दोस्त अनुज मेडी स्क्वेयर हॉस्पिटल भंवरकुआं में भर्ती है। उसके सिर में चोट लगी है। वह भी बार-बार समृद्धि से बात कराने की जिद घरवालों से कर रहा है। परिवार वाले उसे बाद में बात कराने की दिलासा दे रहे हैं। उससे कहा जा रहा है कि सभी दोस्त ठीक है और अलग-अलग हॉस्पिटल में एडमिट है। समृद्धि को उसने बहन बनाया था। वह रैनेसा कॉलेज में पढ़ता है। इनपुट – अशोक पटेल, देवास