इंदौर के सरकारी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में अब जल्द ही इवनिंग ओपीडी शुरू होगी। लम्बे समय से यह सुविधा शुरू होने के प्रयास चल रहे थे। हाल ही में हुई एमजीएम मेडिकल कॉलेज की कार्यकारी समिति की बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। यह प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जल्द ही इसे मंजूरी मिलने वाली है। इसके बाद रोज शाम 4 से 6 बजे तक हॉस्पिटल में कंसल्टेंट बैठेंगे। मरीज को डॉक्टर को दिखाने का चार्ज 600 रुपए प्रस्तावित है। इसमें दवाई और जांच मुफ्त होंगी।इस राशि से डॉक्टर, नर्स और तृतीय श्रेणी कर्मचारियों को भुगतान होगा। शाम की ओपीडी में हॉस्पिटल के ही विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल होंगे जो अपनी सेवाएं देंगे। इस व्यवस्था में मरीजों को दवाओं और जांच के लिए भुगतान करना होगा। इसके पूर्व एमवायएच अस्पताल में भी शाम की ओपीडी के लिए इसी तरह के प्रस्ताव पर पहले भी विचार किया गया था। तब डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन की रुचि नहीं होने के कारण यह प्रयोग सफल नहीं हो सका था। दरअसल कई डॉक्टर पहले से ही अपनी निजी प्रैक्टिस में लगे हुए थे। अब इस प्रस्ताव के सफल होने की इसलिए संभावना है क्योंकि सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस से प्रतिबंधित किया गया है। वर्तमान में शाम के समय विशेषज्ञों को दिखाने के लिए मरीजों के पास निजी क्लिनिक या अस्पताल ही विकल्प रहता है। ऐसे में उन्हें डॉक्टर की फीस और जांच के लिए मोटी रकम चुकाना पड़ती है लेकिन अब यहां इन्हें सिर्फ डॉक्टर की फीस ही देना होगी। मरीजों से मिलने वाले शुल्क से 300 रुपये डॉक्टर को मिलेंगे। 100 रुपये नर्सिंग स्टाफ को और 50 रुपये तृतीय श्रेणी कर्मचारी को दिए जाएंगे। वहीं 150 रुपये प्रशासनिक राजस्व में जमा होंगे। डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि अभी शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। जल्दी मंजूरी मिलने के संकेत हैं। अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग जल्द ही 20 लाख रुपए मूल्य की एक वीडियो ईईजी मशीन खरीदी जा रही है। इसकी मंजूरी भी एमजीएम कॉलेज ने दे दी है। ऐसे ही डायलिसिस यूनिट में आउट सोर्सिंग के माध्यम से तीन डायलिसिस टेक्नीशियन की नियुक्ति की जाएगी। एमवायएच के हर फ्लोर पर महिला डॉक्टर के लिए अलग ड्यूटी रूम उधर, कोलकाता रेप-मर्डर केस के बाद एमवाय अस्पताल सहित एमजीएम से संबद्ध सभी अस्पतालों में महिला डॉक्टरों के लिए अलग से ड्यूटी रूम पर अमल किया जा रहा है। एमवाय अस्पताल में तो इसकी शुरुआत भी हो गई है। दरअसल पहले मेल-फीमेल के लिए हर फ्लोर पर दो-दो ड्यूटी रूम की व्यवस्था थी। अब नई व्यवस्था में उनके ड्यूटी रूम में बेड, रेफ्रिजरेटर, आरओ वाटर सहित हाइजीन मेंटेन किया जाएगा। इसके साथ ही हर फ्लोर पर सारे सीसीटीवी पूर्ववत लगे हुए हैं।