साबू दाने की आड़ में रक्तचंदन (लाल चंदन) की तस्करी मामले की जांच अब सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) करेगी। वन विभाग के अफसरों की शिकायत पर सीबीआई ने रक्त चंदन की तस्करी केस में FIR दर्ज कर ली है। उल्लेखनीय है राजस्व सूचना निदेशालय इंदौर, स्टेट टाइगर फोर्स भोपाल, सागर और धार वन मंडल के अफसरों ने जॉइंट ऑपरेशन कर धार के धामनोद में खलघाट टोल नाके पर महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जा रहे ट्रक को पकड़ा था। इस ट्रक में साबूदाने के बीच 15530.55 किलो रक्त चंदन की लकड़ी (लाल चंदन) को रखा गया था। इस चंदन की बाजार कीमत करीब 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है। CBI से मिली जानकारी के मुताबिक सितंबर 2019 में धार के धामनोद में खलघाट टोल प्लाजा पर महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे ट्रक को तलाशी के लिए स्टेट टाइगर फोर्स, वन विभाग ने रोका गया था। साथ ही ड्राइवर द्वारा अफसरों को दी गई बिल्टी में ट्रक में साबूदाना और सफेद पाउडर लोड होना बताया गया था। अफसरों के मुताबिक ट्रक में साबूदाना और सफेद पाउडर के बीच रक्त चंदन को महाराष्ट्र से लोड किया गया था। इसकी डिलीवरी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में की जाना थी। सफेद बोरियों के बीच छिपाकर रखा था मप्र वन विभाग के अफसरों ने बताया कि टोल नाके पर पकड़े गए ट्रक की तलाशी लेने पर सफेद बोरियों के बीच 504 नग रक्त चंदन (लाल चंदन) की लकड़ी के रखे हुए मिले थे। जिनका वजन 15530.55 किलोग्राम निकला था। इस पर ट्रक ड्राइवर बक्तवाचलम के खिलाफ जैव विविधता अधिनियम की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था। मामले में ट्रक ड्राइवर बक्तवाचलम को आरोपी बनाया गया था। वह मूलरुप से तमिलनाडु के मदुरई का रहने वाला था। चंदन तस्करों की नेटवर्क को सीबीआई करेगी ब्रेक मप्र वन विभाग के अफसरों ने बताया कि धार के खलघाट टोल नाके पर ट्रक से 15530.55 किलो रक्त चंदन की तस्करी का केस दर्ज करने के बाद भी वन मंडल धार के अफसर चंदन तस्करों के नेटवर्क को ब्रेक नहीं कर पाई। इसकी वजह चंदन तस्करों के रैकेट में तमिलनाडू सहित दूसरे राज्यों के आरोपियों का शामिल होना था। इसके चलते आरोपियों के वन मंडल धार और स्टेट टाइगर फोर्स की गिरफ्त में नही आ सके थे। 20 अगस्त को CBI ने मामले में एफआईआर दर्ज की है। अब रक्त चंदन तस्करों के नेटवर्क को सीबीआई ब्रेक करेगी। तत्कालीन PCCF वाइल्ड लाइफ ने की थी CBI जांच की सिफारिश CBI दिल्ली की एफआईआर के मुताबिक एमपी के तत्कालीन पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ एवं चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन जेएस चौहान ने साल 2022 में रक्त चंदन की तस्करी के मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। साथ ही CBI को मामले में FIR दर्ज कर मामले की आगे की जांच करने का अनुरोध किया था। उसी सिफारिश के आधार पर 20 अगस्त 2024 को CBI ने लाल चंदन तस्करी केस में एफआईआर दर्ज की है।