कुछ महिलाएं जागरूकता और सतर्कता के कारण फ्रॉड से बच गई। उन्होंने इसकी शिकायत अब शिकारपुरा थाना और बैंक में की है। दरअसल, एक युवक समूह के माध्यम से महिलाओं को एकत्रित कर लोन दिलाने का झांसा दे रहा था। इसके लिए उसने एक मोबाइल दुकान से महिलाओं को साथ ले जाकर सिम भी खरीदवाई, लेकिन बैंक में खाता खुलवाते समय महिलाओं को वह नंबर न देते हुए खुद अपने पास रखा और लगातार उस पर ओटीपी लेते रहने से महिलाओं को शंका हुई। महिलाओं ने उससे जानकारी मांगी तो वह भाग निकला। अब बैंक की ओर से भी शिकायत की बात कही जा रही है। मामला अंकिता टॉकिज क्षेत्र स्थित एक बैंक का है, जहां कुछ महिलाओं को एक युवक समूह चलाने वाली महिलाओं के साथ लेकर पहुंचा। उसने झांसा दिया था कि 10 हजार रूपए लोन मिलेगा। कुछ किश्तें भरना पड़ेगी। इसके लिए उसने समूह के माध्यम से महिलाओं को एकत्रित कर खाता खुलवाया। महिलाओं से डॉक्यूमेंट लिए गए। 7-8 महिलाओं के नाम से सिम खरीद ली। सभी के वह खाते खुलवा रहा था, लेकिन महिलाओं को उस पर शक हुआ, क्योंकि मांगने पर भी वह महिलाओं को वह नंबर नहीं दे रहा था जो सिम उसने साथ जाकर खरीदी थी। महिलाओं की सतर्कता से वह फ्रॉड से बच गईं। सभी महिलाएं लखेरवाड़ी क्षेत्र की रहने वाली हैं। महिलाएं बोलीं- मोदी लोन का दिया झांसा
सीमा प्रवीण चित्ताड़े नामक महिला ने बताया एक महिला हमारे पास आई और कहा आपको दस हजार रूपए का लोन मिलेगा। इसके बाद एक युवक के साथ वह खाता खुलवाने अंकिता टॉकिज के पास इंडियन बैंक लाया। इससे पहले एक जगह से मोबाइल की नई सिम दिलाई। वह युवक बार बार उसके मोबाइल में सिम डालकर ओटीपी ले रहा था। आवाज उठाई तो वह भाग निकला। लखेरवाड़ी की ही मनीषा पाटिल ने बताया बैंक में आए और खाता खुलवाया, लेकिन ओटीपी हमारे मोबाइल पर क्यों नहीं आ रही है इस वजह से डाउट हुआ। युवक से कहा तो उसने कहा आपका नंबर वहां नहीं देंगे। ओटीपी हमारे पास आएगी। इस पर शक हुआ। एक महिला सुपरवाइज़र मिल गई। उसने और हमने युवक का नाम, नंबर पूछा तो उसने कहा मैं नंबर नहीं देता, नाम नहीं देता और गाड़ी पर बैठकर भाग गया। उसने खुद 2700 रूपए उसके पास से बैंक में जमा कराकर खाता खुलवाया। सिम भी खुद दिलाई। इसलिए लगा कि आज के जमाने में कोई ऐसा क्यों करेगा। उसने हमें 10 हजार का मोदी लोन दिलाने का झांसा दिया और कहा मोदी की स्कीम निकली है। हर महीने 200 रूपए भरना पड़ेंगे। महिला समूह चलाने वाली एक महिला को भी युवक ने झांसे में रखा। समूह की इस महिला को किसी अन्य महिला ने युवक से मिलवाया था। इसके बाद वह युवक के साथ 7-8 महिलाओं को लेकर बैंक पहुंची थी। थाने में करेंगे शिकायत, अब तक 10 खाते खुले
इंडियन बैंक के प्रबंधक सुब्रजीत पंडारे ने कहा कि युवक रोज यहां आकर खाते खुलवा रहा था। अब तक 10 खाते खुलवा चुका है। आज ही हमें महिलाओं ने शिकायत की तो पता चला कि उनके नंबर खाते में नहीं डाले जा रही है। सभी खाते वेरीफाई कराएंगे। साथ ही इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराएंगे।