एससी-एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के आह्वान का सतना में असर दिखाई नहीं पड़ा। हालांकि आंदाेलनकारी जबरिया बंद कराने का प्रयास करते रहे। मैहर में भी ऐसी ही कोशिश में कुछ जगह प्रदर्शनकारियों ने शोर-गुल, हंगामा कर आवागमन बाधित किया। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के प्रति नाराजगी जताने के लिए भीम आर्मी, बसपा और जयस बुधवार को भारत बंद के आह्वान को सफल बनाने सतना शहर के साथ ही अन्य कस्बाई इलाकों में भी सड़क पर उतरे। शहर में बंद समर्थकों ने रैली निकाल कर दुकानें बंद कराने का प्रयास किया। भीड़ देख कर दुकानदारों ने अपने शटर तो गिरा दिए, लेकिन रैली के आगे बढ़ते ही दुकानें खुल गईं। बाजार में कारोबार सामान्य रूप से चलता रहा। कुछ निजी स्कूलों ने उपद्रव की आशंका के मद्देनजर ऐहतियात के तौर पर बच्चों की छुट्टी घोषित कर दी थी, कुछ अभिभावक ऐसे भी रहे, जिन्होंने बच्चों को स्कूल ही नहीं भेजा। शहर के अलावा जिले के अन्य कस्बाई क्षेत्रों में भी बंद बेअसर रहा। हालांकि रैली और ज्ञापन के दौर वहां भी चले। सुरक्षा के लिहाज से शहर में चौराहों और नुक्कड़ पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। कलेक्टर अनुराग वर्मा, एसपी आशुतोष गुप्ता, एएसपी शिवेश सिंह, एसडीएम नीरज खरे, सीएसपी महेंद्र सिंह लगातार भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेते रहे। शराब दुकान देख दौड़े सर्किट हाउस, सेमरिया चौराहा और जय स्तंभ चौक की शराब दुकानों को खुला देख कर बंद समर्थक उस ओर दौड़ पड़े। सेमरिया चौक दुकान पर तो प्रदर्शनकारी दुकान बंद करवाने के लिए बहस करते नजर आए। स्टेशन रोड पर लगाया जाम स्टेशन रोड में भी बंद समर्थकों ने उपद्रव किया। वे किताब की दुकान बंद कराने के दौरान सड़क पर हंगामा करने लगे, जिससे यहां जाम की स्थिति निर्मित हो गई। खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसने आवागमन बहाल कराया। सेमरिया चौक पर भी उन्होंने वाहन रोके। मैहर में भी नहीं दिखा असर मैहर जिला मुख्यालय में भी बंद बेअसर रहा। बंद समर्थक प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली और स्टेट बैंक चौराहे तथा घंटा घर चौराहे पर शोर गुल किया। दुकानें बंद कराने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस के पहुंचते ही जहां शोर थम गया। वहीं, भीड़ के आगे जाते ही दुकानें भी खुल गईं। बाजार में कारोबार सामान्य तरीके से चलता रहा। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा। अमरपाटन और रामनगर में भी बंद समर्थकों ने रैली निकालकर ज्ञापन सौंपे।