रैली निकाल कर SC के फैसले का विरोध:प्रदर्शन कारियों ने दुकान में घुसकर की तोड़फोड़, पुलिस ने चलाई लाठी, महिलाएं घायल

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छतरपुर में एससी-एसटी वर्ग के संगठन व बसपा कार्यकर्ता आरक्षण के वर्गीकरण के फैसले के विरोध में मंगलवार सुबह शहर के मेला ग्राउंड में एकत्रित हुए। यहां छतरपुर शहर आसपास की एरिया में बड़ी तादाद में लोग बहुजन समाज पार्टी के बैनर तले एकजुट हुए यहां से शुरू हुई। रैली छत्रसाल चौराहा से होते हुए चौबे तिराहा से लेकर बस स्टैंड पहुंची। वहां से पुलिस ने वापस रैली को मोड़ दिया। उसके बाद वापस रैली में मौजूद कार्यकर्ता चौबे तिराहा पर रोड जाम पर जाम लगाकर बैठ गए। पुलिस ने उनको हटाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन नहीं माने तो पुलिस ने लाठी चार्ज करते हुए लोगों को खदेड़ दिया। कुछ समय बाद मामला शांत हुआ और शाम 4 बजे कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा गया। बसपा नेताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि आरक्षक का वर्गीकरण किए जाने के विरोध में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया। यह विरोध प्रदर्शन छतरपुर जिले की हरनगर में किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान बाजार में दुकान खुली रही। भारत बंद के दौरान रैली निकली तथा कुछ दुकानदारों ने दुकानें के शटर बंद कर लिए लेकिन रैली के बाद शटर वापस खुल गई। प्रदर्शनकारियों ने बाजार में दुकान बंद करवाने का प्रयास किया गया। इसी दौरान चौक बाजार शहर में स्थित एक दुकान में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। इसी दौरान दुकानदार को कांच लग गया। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। चौबे तिराहा पर प्रदर्शन कार्यों ने रोड पर बैठकर जाम लगा दिया। जिस वजह से पुलिस को लाठी चार्ज करनी पड़ी। जिसमें भगदड़ मच गई और बच्चे महिलाएं भगदड़ में जमीन में गिर गईं। जिसे कारण कई लोगों को गंभीर चोट आई। वहीं लाठी चार्ज के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोड पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। सीएसपी अमन मिश्रा और थाना प्रभारी समेत पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर डंडे बरसाते हुए नजर आए। पुलिस ने प्रदर्शन का वीडियो और फोटोग्राफी भी की। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद
छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देश पर एसडीएम, तहसीलदार मौजूद रहे। वहीं एसपी अगम जैन सहित पुलिस विभाग के सभी के थाना प्रभारी एवं बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।