रीवा में डॉक्टर को पीटते-पीटते थाने ले गए:थाने से लाकर मारकर सड़क पर फेंका ; परिजन बोले-15 साल का अनुभव,दो महीने पहले छोड़ा काम

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रीवा में डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या के मामले में परत दर परत राज खुल रहे हैं। पहले तो आरोपी डॉक्टर को पीटते-पीटते थाने ले गए। छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की। जब पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो आरोपी उसे थाने से दोबारा साथ ले आए। फिर उसे मरते दम तक पीटा। मारकर सड़क पर फेंक दिया। गस्त करती हुई पुलिस को देखकर आरोपियों ने कुछ समय बाद किसी व्यक्ति को भेजकर डॉक्टर को अस्पताल में भर्ती करवाया। थाने से ले जाने के बाद दोबारा पीटा पहली बार मारपीट करने के बाद आरोपी डॉक्टर रूद्र सेन गुप्ता पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए उन्हें साथ में बंधक बनाकर सिविल लाइन थाने पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश दी। इसके बाद आरोपी समझौते के लिए राजी हुए। दोबारा आरोपी फिर अपनी गाड़ी में बिठाकर डॉक्टर रूद्र सेन गुप्ता को थाने से अपने साथ ले गए। परिजनों के मुताबिक दोबारा डॉक्टर के साथ बुरी तरह मारपीट की गई। जिसके बाद उन्हें अचेत अवस्था में विश्वविद्यालय मार्ग पर फेंक दिया गया। जिसके बाद आरोपियों ने अपने ही किसी आदमी को भेजकर उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। जानकारी के मुताबिक आरोपी डॉक्टर को छेड़छाड़ के केस में उलझाना चाहते थे। जब ऐसा संभव नहीं हो पाया तो डॉक्टर को अपने साथ ले जाकर आरोपियों ने उन पर सारी भड़ास निकाल दी। 2 महीने पहले छोड़ दी थी नौकरी परिजनों का कहना है कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने कई महीनो से डॉक्टर को पैसा नहीं दिया था। जिसकी वजह से डॉक्टर आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। कई बार बोलने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली तो 2 महीने पहले काम पर जाना बंद कर दिया। डॉक्टर ने जब से काम पर जाना बंद किया तब से नशा मुक्ति केंद्र के संचालक से अनबन रहने लगी। वे चाहते थे कि डॉक्टर उनके साथ काम करें। जबकि डॉक्टर मुफ्त में काम नहीं करना चाहते थे। कई बार बुलाने के बाद भी जब डॉक्टर वापस नहीं गए। तो उन्होंने छेड़खानी का आरोप लगाना शुरू कर दिया। सोमवार दोपहर केंद्र बुलाकर उन्हें बंधक बनाया। इसके बाद उनके साथ जमकर मारपीट की गई। सीसीटीवी कैमरे की हार्ड डिस्क और डीवीआर साथ ले गए सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि आरोपी इतने चालाक हैं कि घटना के बाद हार्ड डिस्क और डीवीआर भी अपने साथ लेकर फरार हो गए हैं। पहली बार मारपीट नशा मुक्ति केंद्र के अंदर की गई। जाहिर तौर पर मारपीट की पूरी घटना नशा मुक्ति केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई होगी। यही वजह है कि आरोपी सबूत मिटाने के लिए जाते समय अपने साथ सीसीटीवी कैमरे की हार्ड डिस्क और डीवीआर भी ले गए हैं। पुलिस कोशिश कर रही है कि फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के साथ उनके कब्जे से हार्ड डिस्क और डीवीआर भी बरामद की जा सके। घर में इकलौता कमाने वाला था डॉक्टर सुरेश गुप्ता ने बताया कि मृतक डॉक्टर घर में कमाने वाला इकलौता व्यक्ति था। पत्नी सुनीता गुप्ता(40) हाउस वाइफ हैं और बेटी दीक्षा गुप्ता(14) दसवीं कक्षा की छात्रा हैं। बेटी का कोई भाई नहीं है तो बेटी ने रक्षाबंधन पर पिता को ही राखी बांधी थी। मिठाई खिलाई थी। पिता घर पर बेटी को कहकर निकाला था कि जल्दी घर लौटकर आ जाऊंगा। लेकिन उधर आरोपियों ने पहले से ही खतरनाक प्लानिंग तैयार कर रखी थी। पत्नी सुनीता गुप्ता का कहना है कि क्या पता था कि दोबारा घर लौटकर उनकी लाश वापस आएगी। 15 साल से डॉक्टर था मृतक सुरेश गुप्ता ने बताया कि मौसा रूद्र सेन गुप्ता 15 साल से डॉक्टर हैं। पहले वे शहर के निपानिया इलाके में क्लीनिक संचालित करते थे। बाद में कई वर्षों तक वे वे चिरहुला कॉलोनी में क्लीनिक चलाते रहे।दोनों जगह पर उनका क्लीनिक अच्छा-खासा चला। उनके व्यक्तित्व की वजह से पेशेंट उनसे बहुत ज्यादा प्रभावित रहते थे। कई पेशेंट उनसे जुड़े हुए थे। लेकिन बाद में वे नशा मुक्ति केंद्र में नौकरी करने लगे। नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने उन पर छेड़खानी के आरोप लगाए हैं। उसने महिला को सामने रखकर झूठे आरोप में फंसाने की कोशिश की है। बाद में महिला ने खुद कबूला है कि मैंने दबाव में आकर झूठा आरोप लगाया था। NGO के डायरेक्टर समेत 3 गिरफ्तार,2 फरार एसपी विवेक सिंह के मुताबिक, मामले में नशा मुक्ति केंद्र के असिस्टेंट डायरेक्टर शशांक तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर प्रसून तिवारी और प्रियंका तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। संचालक नीलेश तिवारी और राजकुमार तिवारी फरार हैं। प्रसून तिवारी को शक था कि डॉक्टर उसकी पत्नी से आपत्तिजनक बातें करता है। एसपी ने बताया कि सोमवार दोपहर 3 बजे नीलेश तिवारी ने डॉ. रुद्र सेनगुप्ता को फोन किया और कहा कि जरूरी काम से बैकुंठपुर चलना है, ऑफिस आ जाओ। यहां पांचों आरोपी पहले से मौजूद थे। जिसके बाद उसे बंधक बना लिया गया। घटना पद्मधर कॉलोनी में संचालित न्यू संकल्प नशा मुक्ति केंद्र की है। थाना प्रभारी कमलेश साहू के मुताबिक, कृष्णा नगर में रहने वाले डॉ. रुद्र सेनगुप्ता ने संजय गांधी अस्पताल में सोमवार देर रात इलाज के दौरान दम तोड़ा।