एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के खिलाफ दलित संगठन 21 अगस्त को भारत बंद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर “संपूर्ण भारत बंद’ का खून प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस भारत बंद की कमान बहुजन समाज पार्टी (बसपा) संभाल रही है। इस बंद को अन्य दलित संगठन भी अपना समर्थन दे रहे हैं।
आंदोलन की तैयारी कर रहे दलित नेताओं का दावा है कि इस भारत बंद को ओबीसी के साथ सवर्ण समाज के संगठन भी सपोर्ट कर रहे है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर इनके लेटर वायरल किए जा रहे हैं। बिल्कुल 2 अप्रैल 2018 जैसे हालात हैं। इसलिए पुलिस अलर्ट मोड पर है। ग्वालियर में 03 हजार पुलिस जवान व अफसर तैनात किए जा रहे हैं। रात से ही पुलिस की 50 मोबाइल पार्टी सर्चिंग कर रही है। ग्वालियर में मंगलवार को सोशल मीडिया पर “संपूर्ण भारत बंद’ को लेकर किए गए प्रचार-प्रसार के बाद जिला प्रशासन, पुलिस अलर्ट मोड़ पर आ गए हैं। सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट वायरल हो रहे हैं। जिसमें लिखा है कि दलित समाज के लिए आप लोग एक दिन घर से न निकले। साथ ही अपील को न मानने पर जो भी नफा-नुकसान होगा उसके लिए उसके जिम्मेदार आप खुद होंगे। एक तरह से अपील के रूप में सोशल मीडिया पर धमकाया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन ने हालात को समझने के लिए आपात बैठक की है। इसके साथ ही कई दलित नेताओं के साथ बैठक की गई है, लेकिन पुलिस भी जानती है कि सोशल मीडिया पर चेतावनी देने वालांे को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। यही कारण है कि एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने पूरे जिले में सुरक्षा की कड़ी दीवार खड़ी करवा दी है।
2018 के भारत बंद के दौरान शहर में हुई थी हिंसा, लगा था कफ्य्रू
एससी-एसटी वर्ग के ही एक मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर 2 अप्रैल 2018 को दलित संगठनों ने भारत बंद का आवहान किया था। उस दिन देश के कई हिस्सों में हिंसा भड़की थी। मप्र में ग्वालियर-चंबल संभाग इस हिंसा की आग में सबसे ज्यादा झुलसा। यहां दंगों में 4 मौतें हुई थीं। साथ ही कई लोग गंभीर रुप से जख्मी हुए थे। तोड़फोड़ से नुकसान की कोई भरपाई ही नहीं थी।अब खुफिया एजेंसी बंद का आव्हान करने वाले संगठनों के लोगों की जानकारी जुटा रही है। साथ ही दलित बाहुल्य एवं दंगा प्रभावित क्षेत्रों में ज्यादा सुरक्षा बल तैनात करने की तैयारी की जा रही है और बाजारों में भी पुलिस की अच्छी संख्या में तैनाती की जाएगी।
संगठनों का दावा- हम बंद कराएंगे, जुलूस भी निकलेंगे
भारत बंद को लेकर सोशल मीडिया पर दलित संगठनों का दावा है कि हम बंद कराएंगे और अच्छे ढंग से बंद कराएंगे। साथ ही संगठन जुलूस निकालने के लिए भी कह रहे हैं। पुलिस ने संगठनों के नेताओं पर नजर रखना शुरू कर दिया है। पुलिस को आशंका है कि हंगामा हो सकता है।
शांतिपूर्ण बंद कराएंगे, ज्ञापन भी कलेक्ट्रेट जाकर देंगे
– आजाद समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रूपेश कैन का कहना है कि बहुजन समाज पार्टी, आजाद समाज पार्टी, भीम आर्मी, भारत आदिवासी पार्टी, युवा आदिवासी संगठन और दलित उत्थान संघर्ष समिति द्वारा भारत बंद का आवहान किया गया है। हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से बुधवार को ग्वालियर बंद कराएंगे। साथ ही कलेक्ट्रेट पहुंचकर सुबह 11 बजे अधिकारियों को ज्ञापन भी देंगे।
झलकारी बाई से अंबेडकर पार्क तक निकालेंगे जुलूस
बसपा के कार्यवाहक अध्यक्ष सतीश मंडेलिया ने बताया कि क्रीमी लेयर के बहाने सरकार आरक्षण खत्म करना चाहती है। जिसके विरोध में 21 अगस्त को भारत बंद का आवहान किया गया है। हमारी टोलियां क्षेत्रों में शांतिपूर्ण बंद के लिए आग्रह करेंगी। झलकारी बाई पार्क से सुबह 10 बजे जुलूस निकाला जाएगा। यह अंबेडकर पार्क तक निकाला जाएगा, इसके बाद ज्ञापन दिया जाएगा।
पुलिस का कहना
इस मामले में एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह का कहना है कि पुलिस पूरी तरह अलर्ट है। किसी भी तरह का उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस की टीम लगातार गश्त कर रही है।