मऊगंज जिले में आरक्षण में उप वर्गीकरण और क्रीमी लेयर लागू करने के विरोध में बहुजन समाज पार्टी सहित दलित संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया। इसमें एससी-एसटी संगठनों ने रैली निकाली। इसके बाद कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। यहां पर लोगों ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान शहर से रैली निकाली। कुछ व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानों के शटर गिरा लिए। रैली निकलने के बाद फिर स्थिति सामान्य हो गई। ज्ञापन में मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को एससी-एसटी वर्ग के आरक्षण में ऊप वर्गीकरण करने और क्रीमी लेयर लगाने संबंधी आदेश दिया था। जिसमें एससी-एसटी के करोड़ों लोगों के संवैधानिक अधिकार खतरे में पड़ गए हैं। एससी-एसटी वर्गों को संविधान के अनुच्छेद 15 (4 ) एवं 16(4 ) में सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़ेपन के लिए आरक्षण देने की व्यवस्था की गई है न कि आर्थिक आधार पर। सुप्रीम कोर्ट ने इन वर्गों के आरक्षण में क्रीमी लेयर लगाने और उप वर्गीकरण करने का अधिकार राज्य सरकारों को दे दिया गया है। जबकि अनुच्छेद 341 एवं 342 के तहत किसी जाति उपजाति को एससी-एसटी वर्ग की सूची में जोड़कर आरक्षण के दायरे में लाने या आरक्षण के दायरे से बाहर करने का अधिकार राष्ट्रपति अथवा केंद्र सरकार को है न कि राज्य सरकार को। इस दौरान कमलेश बौद्ध, जिला अध्यक्ष बसपा अनीता सुमन, देवतालाब विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अमरनाथ पटेल सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।