शहर के भीड़भाड़ वाले सराफा, राजबाड़ा, जेल रोड़ तथा इसके आसपास के बाजारों के दुकानदार अपने वाहन नगर निगम के मल्टीलेवल तथा अन्य पार्किंग स्थलों पर पार्किंग करेंगे। इसके लिए उनसे नगर निगम द्वारा प्रतिमाह न्यूनतम निर्धारित शुल्क लिया जाएगा। चंद समय के लिए ग्राहक के वाहन दुकानदार अपनी दुकान पर खड़े कर सकेगा। यह निर्णय कलेक्टर आशीष सिंह ने शहर के मध्य क्षेत्र के मार्केट एसोसिएशनों के पदाधिकारियों की बुधवार को हुई बैठक में लिए। बैठक में उन्होंने शहर के मध्य क्षेत्र के बाजारों के दुकानदारों तथा ग्राहकों आदि के वाहन सुव्यवस्थित रूप से पार्क करने के संबंध में विचार-विमर्श किया। प्रशासन ने कहा है कि यातायात तथा पार्किंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए चौराहों को सुधारा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर अभियान चलाकर सड़क और फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने का कार्य भी चल रहा है। इसी तरह बेसमेंट में पार्किंग स्थल का अन्य उपयोग करने वालों को भी नोटिस जारी कर एक माह का समय दिया गया है। बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा तथा अपर आयुक्त एन.एन. पाण्डे सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। कलेक्टर ने कहा कि हम सकारात्मकता से शहर के हित में काम करेंगे और इसके लिए हर माह के दूसरे बुधवार बैठक करेंगे। व्यापारी बोले- पहले सड़कों और फुटपाथों के अतिक्रमण हटाएं इस बैठक में व्यापारिक संगठनों ने कहा कि व्यावसायिक वाहनों की पार्किंग निर्धारित स्थानों पर हो और यातायात सुगम हो, इसके लिए तय नीति का हम पालन करेंगे लेकिन, उससे पहले सड़क और फुटपाथ का अवैध अतिक्रमण हटाया जाए। इस पर जेलरोड एसोसिएशन के राजकुमार शर्मा ने कहा कि अत्यधिक शुल्क वहन नहीं कर पाएंगे। ऐसे में हम शासन प्रशासन से अपेक्षा करते हैं कि मूल्य निर्धारण पर विचार-विमर्श करें। इंदौर रिटेल गारमेन्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन ने कहा कि हम विगत 3 वर्षों से सड़क के कब्जाधारियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, निगम रिमूवल कार्रवाई के चार दिन बाद फिर वही स्थिति खड़ी होती है। इस व्यवस्था का जब तक स्थायी निदान नहीं होता है तब तक यातायात प्रबंधन का मिशन आगे नहीं बढ़ सकता। पहली पहल सड़क के कब्जे हटाकर ही हो। इस दिशा में कलेक्टर आशीष सिंह ने उपस्थित निगम कमिश्नर शिवम वर्मा और संबंधित अधिकारी को तुरंत एक्शन लेने के लिए कहा। आयुक्त शिवम वर्मा ने कहा कि हम फुटपाथ को लेकर मुहिम को सख्त और निष्पक्ष कार्रवाई करेंगे। स्पॉट फाइन भी लागू करेंगे। इस अहम बैठक के सुझाव के अमलीकरण परिणाम का सूचकांक होगा। हम हर माह के दूसरे बुधवार व्यापारिक संगठनों के साथ चर्चा करेंगे। यह है पार्किंग शुल्क इसके साथ ही पार्किंग शुल्क हर माह 300 रुपए दोपहिया प्रति वाहन और चार पहिया वाहन का 1400 रुपए लेना तय किया। अक्षय जैन ने बताया कि इतना शुल्क पहले से ही लिया जा रहा है। अलग-अलग बाजारों के वाहनों के लिए पार्किंग स्थल तय एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि आज तय हुआ कि एक सप्ताह में शहर के मध्य व्यावसायिक संस्थानों के वाहन अब सड़क के बजाय क्षेत्र के निर्धारित पार्किंग में मासिक पास ( सशुल्क) खड़े किए जाएंगे। जेलरोड, कोठारी मार्केट, एमजी रोड के आसपास के व्यापारिक संस्थानों के वाहन महाराजा कॉम्प्लेक्स, जिला न्यायालय के पीछे पोद्दार कॉम्प्लेक्स वाली जगह पर होंगे। मेहतानी मार्केट रोड वाले पालिका मार्केट कॉम्प्लेक्स पार्किंग में वाहन पार्क कर सकेंगे। इंदौर रिटेल गारमेन्ट्स एसोसिएशन के लिए सुभाष चौक पार्किंग को अधिकृत किया है। एसोसिएशन देगा दुकानदारों की अधिकृत सूची पदाधिकारियों के मुताबिक इस व्यवस्था को लागू होने के पूर्व निगम के अधिकारी और एसोसिएशन के पदाधिकारी यातायात प्रभारी की टीम के साथ वाहन पार्किंग व्यवस्था का पूरा रोड मैप बनाएंगे। इसके साथ ही गूगल मैप पर उसका आकार चिन्हित होगा। दुकानदार और उनके स्टाफ की वाहन पार्किंग को लेकर एसोसिएशन ही अधिकृत कर निगम को सूची देगी। बैठक में सराफा एसोसिएशन के अनिल रांका ने कहा कि व्यापारिक संगठन साथ देने को तैयार हैं, मगर तय व्यवस्थाओं को जमीनी हकीकत देने के लिए नीचे का अमला ईमानदारी से काम करे। कलेक्टर आशीष सिंह ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि जो तय होगा उसके परिणाम पर भी सब मिलकर आकलन करेंगे।