इंदौर के भंवरकुआं इलाके में आदिवासी छात्र से मारपीट कर उससे जूते के लैस बंधवाने वाले आरोपी को पुलिस ने रासुका में निरुद्ध किया है। आरोपी पर एससी-एसटी एक्ट में भी कार्रवाई की गई है। मंगलवार को उसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। उस पर 10 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं। पुलिस आरोपी के आर्थिक संपत्तियों की जानकारी जुटा रही है। एडिशनल डीसीपी जोन-4 आनंद यादव ने बताया कि रविवार सुबह आदिवासी छात्र देपाल गिणावा (22) निवासी गणेश नगर पर आरोपी रितेश राजपूत और उसके साथी मनीष ने पहले गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। जब देपाल ने उसे गाड़ी देखकर चलाने को कहा तो दोनों ने गुंडागर्दी करते हुए छात्र को दौड़ा-दौड़कर पीटा फिर उससे जूते के लैस बंधवाए। बोले कि तू हमें जानता नहीं है। हमारा क्षेत्र में नाम चलता है। इसके बाद छात्र ने थाने में शिकायत की। शिकायत के बाद सोमवार शाम आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था। कान पकड़कर मंगवाई माफी सोमवार को बदमाश रितेश को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे जुलूस के रूप में इलाके में घुमाने पैदल लेकर आई। वहां हर गली और मोहल्ले में उसे घुमाया। जिस किराना दुकान के सामने आरोपी ने छात्र के साथ मारपीट की थी, उसी के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक लगवाई। बाद में उससे सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाई। यह है पूरा मामला भंवरकुआं इलाके में एक बदमाश ने एक युवक के साथ मारपीट कर दी। आरोपी ने युवक को गालियां देते हुए उससे अपने जूते के लेस भी बंधवाए। वारदात रविवार सुबह साढ़े 6 से 7 बजे के बीच की है। देर रात पुलिस ने FIR दर्ज की। घटना का वीडियो सोमवार को सामने आया था। युवक घटना की शिकायत करने भंवरकुआं थाने पहुंचा तो पुलिस ने सुनवाई नहीं की। बाद में छात्र घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज लेकर गया तो थाने के एसआई सहित कुछ पुलिसकर्मियों ने उसे धमकाकर मोबाइल से फुटेज डिलीट करवा दिए। जब घटना के फुटेज सब जगह वायरल हुए तो थाने के स्टाफ ने युवक पर फिर दबाव बनाया कि वह वीडियो बनाकर भेजे कि पुलिस ने उचित कार्रवाई कर दी है। बाद में अफसरों तक मामला पहुंचा तो पुलिस ने उसके केस में एससी-एसटी एक्ट की धाराएं बढ़ा दीं। घटनाक्रम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… इंदौर में गुंडे ने बाइक से कट मारा, विरोध करने पर पीटा; पुलिस ने आरोपी का जुलूस निकाला भंवरकुआं पुलिस के मुताबिक, आरोपी रितेश राजपूत (28) निवासी तेजाजी नगर, मनीष व एक युवती है। रितेश राजपूत लिस्टेड गुंडा है। उस पर 10 से ज्यादा अपराध दर्ज हैं। इनमें वाहन चोरी और लूट, अवैध हथियार रखने, गैर इरादतन हत्या, वसूली के मामले शामिल हैं। वहीं पीड़ित आदिवासी समाज से है। उसने आरोपी से देखकर बाइक चलाने की बात कही थी। इसी बात से नाराज होकर उसने युवक को पीट दिया। इस दौरान आरोपी के साथ उसका दोस्त और एक युवती भी मौजूद थी। 3 साल पहले रितेश को एसीपी जूनी इंदौर ने बाउंडओवर किया था।पूरी खबर