नगर निगम के डॉग स्क्वॉड में तैनात कर्मचारी आवारा कुत्तों को पकड़ने और छोड़ने के एवज में लोगों से अवैध वसूली कर रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो दो-तीन दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में डॉग स्क्वॉड कर्मचारी एक पकड़े गए कुत्ते को छोड़ने के एवज में किसी युवती से पैसे लेता नजर आ रहा है। जब दैनिक भास्कर ने इस वीडियो की सत्यता जानने के लिए यह तलाश किया कि आखिर मुंह पर कपड़ा बांधे नगर निगम के कर्मचारियों को पैसे देने वाली यह युवती कौन है और आखिर ये इन कर्मचारियों को पैसे क्यों दे रही हैं तो पता चला कि यह युवती पेट लवर हैं, जो गीतांजलि कॉम्प्लेक्स क्षेत्र में कुत्तों को खाना खिलाती हैं। डॉग स्क्वॉड का अमला इनके पहले से स्टरलाइज कुत्ते को उठाकर ले आया था। जब कुत्ते को छोड़ने के लिए कहा तो गाड़ी पर तैनात अमले ने उनसे 500 रुपए मांगे। युवती ने जब कर्मचारी को पैसे दिए तो उनके कुत्ते को छोड़ दिया गया। एक ही गाड़ी से गड़बड़ डॉग स्क्वॉड अमले की एक ही गाड़ी एमपी 04 जीबी 1485 हर बार गड़बड़ कर रही है। 17 अगस्त को कलियासोत जंगल में आवारा कुत्तों को छोड़ने भी यही गाड़ी पहुंची थी। अब कुत्ते छोड़ने के लिए पैसे लेने का काम भी इसी गाड़ी पर तैनात कर्मचारी विशाल धाकड़, इमाम खान और उनके साथियों ने किया है। कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी कि किसी से पैसे क्यों लिए गए। जांच में जो भी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रणवीर सिंह, अपर आयुक्त, ननि